मुम्बई, 12 जून 2025
आज के हिंसा एवं युद्ध के माहौल में भगवान महावीर के अहिंसा संदेश को देश और दुनिया में पहुंचाने के लिए प्रख्यात धर्मगुरु देवेन्द्र ब्रह्मचारी के नेतृत्व में महावीरायतन फाउंडेशन के तत्वावधान में ‘संवाद से समाधान’ एक परिचर्चा का भव्य आयोजन 23 जून 2025 को दोपहर 2 बजे, यशवंतराव चव्हाण सभागृह, नरीमन पॉइंट, मुंबई में संपन्न होने जा रहा है। इस ऐतिहासिक अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला मुख्य अतिथि तथा महाराष्ट्रके मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फड़णवीस विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित होंगे। इस समारोह में देश भर से श्रद्धालुजनों के अलावा विभिन्न धर्मों के धर्मगुरु, साहित्यकार, समाजसेवी, उद्योगपति, कलाकार, विचारक, अहिंसाकर्मी, पत्रकार आदि भाग लेंगे। जैन श्रद्धालु तीर्थंकर भगवान महावीर की शिक्षाओं से प्रेरित होकर समाज में सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में कार्यरत होंगे।
देवेन्द्र ब्रह्मचारी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस आयोजन में भगवान महावीर के कालजयी सिद्धांत ‘जीयो और जीने दो’ तथा ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ के आलोक में समकालीन राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय युद्ध, आतंकवाद एवं हिंसा की ज्वलंत समस्याओं के समाधान के साथ-साथ सामाजिक और मानवीय मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा। कार्यक्रम में समाधान पर आधारित एक विशेष डॉक्युमेंट्री का प्रदर्शन, विचारगोष्ठियां तथा विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी शामिल होंगी। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री श्री रामदास अठावले, महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष श्री राहुल नार्वेकर, मंत्री श्री मंगलप्रभात लोढ़ा एवं राज्यसभा सांसद श्री मिलिंद देवड़ा सहित कई गणमान्य हस्तियां अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज करायेंगी।
देवेन्द्र ब्रह्मचारी ने आगे बताया कि ‘संवाद से समाधान’ एक ऐसा राष्ट्रीय मंच है जहां धर्म, समाज, शासन, शिक्षा और उद्योग जगत के विभिन्न आयामों से जुड़े विचारक व संत, संवाद के माध्यम से समाधान की खोज करते हैं। इसका उद्देश्य है संवाद के जरिये करुणा, अहिंसा, समरसता और नैतिकता के मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाना। यह केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि एक राष्ट्रव्यापी एवं अंतरराष्ट्रीय अभियान की शुरुआत है, जो भारत के विभिन्न राज्यों और विश्व के अनेक देशों में करुणा और शांति का संदेश लेकर पहुंचेगा।
विदित हो कि महावीरायतन फाउंडेशन के संस्थापक स्वामी देवेंद्र ब्रह्मचारी अपनी विविध मानव कल्याणकारी एवं अहिंसा-शांति की गतिविधियों के लिए प्रयासरत हैं। वे एक जैन साधक, समाज सुधारक और आध्यात्मिक विचारक हैं। उन्होंने हिंसा एवं आतंकवाद के नियंत्रण के लिए महावीर के अहिंसा दर्शन को कारगर मानते हुए इस बहुआयामी आयोजन की परिकल्पना की है। उन्होंने अपने जीवन को धार्मिक और सामाजिक सेवा के लिए पूर्ण रूप से समर्पित कर दिया है।
स्वामी देवेंद्र ब्रह्मचारी ने सभी प्रतिष्ठित संतों, धर्मगुरुओं, समाजसेवियों, उद्यमियों और बुद्धिजीवियों से इस ऐतिहासिक आयोजन में सहभागिता सुनिश्चित करने का विनम्र आग्रह किया है।