अंतरराष्ट्रीय महिला समानता दिवस पर लैंगिक समानता के साथ महिलाओं के आर्थिक, सामाजिक और पारिवारिक संरक्षण का संकल्प लिया, भारत में महिलाएं हर क्षेत्र में अग्रणी रहकर कर रही हैं राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान : श्रीमती संत्रा दयानंद वत्स
नेशनल चाइल्ड एंड वूमेन डेवलपमेंट चेरिटेबल ट्रस्ट की राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती संत्रा दयानंद वत्स ने आज ट्रस्ट के मुख्यालय बरवाला में अंतरराष्ट्रीय महिला समानता दिवस पर सभी भारतीय महिलाओं को बधाई देते हुए कहा कि भारत महिला समानता की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। महिलाओं में उच्च शिक्षा के प्रति जो जिजीविषा पिछले कुछ वर्षों में दिखाई दी है उससे महिलाओं की लैंगिक समानता के साथ -साथ जीवन के हर क्षेत्र में उनकी बढ़ती भागीदारी इस बात का सशक्त प्रमाण है कि महिलाएं पारिवारिक, सामाजिक और आर्थिक समानता के क्षेत्र में नयी उर्जा से लबरेज हैं। भारत में महिलाओ की साक्षरता दर प्रगति पर है। उन्हें आर्थिक,सामाजिक, राजनीतिक, कानूनी संरक्षण देश का संविधान दे रहा है। श्रीमती वत्स ने कहा कि पंचायत से लेकर संसद तक महिलाएं राज्यों और केंद्र में सरकारें चला रही है। महिला समानता में भारत सबसे आगे हैं। हमारी पहली प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी एक महिला थीं और इस समय देश के सर्वोच्च पद पर आसीन राष्ट्रपति माननीया श्रीमती द्रोपदी मुर्मू भी महिला हैं। इससे पहले भी माननीय श्रीमती प्रतिभा पाटिल महिला राष्ट्रपति रह चुकी हैं। जीवन के हर क्षेत्र में भारत की महिलाओं को पुरुषों के समान अधिकार प्राप्त है। श्रीमती संत्रा वत्स ने कहा कि देश में महिलाओं के प्रति हो रही घरेलू हिंसा की घटनाओं से समाज, सरकार और न्यायपालिका चिंतित हैं। इस समस्या को कानूनी जागरुकता से कम से कम किया जा रहा है। महिलाएं सबसे ज्यादा काम करती हैं और ईमानदारी से करती हैं। इसलिए हर क्षेत्र में महिलाओं को समानता मिल रही है। यह एक सुखद संकेत है।
श्रीमती संत्रा दयानंद वत्स,
राष्ट्रीय अध्यक्ष