नई दिल्लीः कांग्रेस के कद्दावर नेता कमलनाथ पर मध्यप्रदेश में कांग्रेस की वापसी का दारोमदार है। कमलनाथ खुद लंबे समय से छिंदवाड़ा से सांसद हैं, लेकिन उनकी पार्टी बीते 15 सालों से सत्ता से बाहर है। कांग्रेस ने इस बार कमलनाथ को उनके अनुभव, क्षेत्र में पकड़ और संगठन में पैठ को देखते हुए प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया है और पार्टी की सत्ता में वापसी कराने की जिम्मेदारी सौंपी है

साफ-सुथरी छवि वाले नेता : अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत से ही कमलनाथ विवादों से दूर रहे हैं और उनकी छवि एक साफ-सुथरे नेता की है। छिंदवाड़ा में कमलनाथ ने रोजगार बढ़ाने के लिए काफी काम किए हैं। मूल रूप से छिंदवाड़ा एक आदिवासी इलाका माना जाता है और आदिवासियों के उत्थान के लिए उनके योगदान के कारण उनकी लोकप्रियता लगातार बढ़ी है।

कार्यकर्ताओं के लिए 24 घंटे उपलब्ध : कमलनाथ का दिल्ली या एमपी का कार्यालय 24 घंटे कार्यकर्ताओं के लिए खुला रहता है। वह चुनाव अभियानों के लिए हेलीकॉप्टर और सैटेलाइट फोन इस्तेमाल करने वाले शुरुआती नेताओं में से एक हैं।.

चुनाव प्रबंधन : मध्यप्रदेश में कमलनाथ चुनाव प्रबंधन पर लगातार काम कर रहे हैं। इससे वह बिखरी हुई प्रदेश कांग्रेस को एक सूत्र में पिरो चुके हैं। साथ ही विभिन्न गुटों के बीच वे पूरी तरह से तालमेल बिठा रहे हैं।