नई दिल्ली : खेल रत्न अवॉर्ड से वंचित हुए विश्व के नंबर दो पहलवान बजरंग पुनिया को केंद्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिह राठौड़ ने मिलने का समय नहीं दिया तो उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाने का फैसला किया।बजरंग ने कहा-राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड के लिए उनके सबसे ज्यादा अंक बनते हैं और समिति ने उन्हें अवॉर्ड से वंचित रखा गया है। वह इसी संबंध में खेल मंत्री से मिलना चाहता था लेकिन खेल मंत्री के पीए से जो जवाब मिला है उनसे वह बहुत आहत हैं। बजरंग ने कहा- अवॉर्ड नहीं मिलना एक शिकायत है और एक खिलाड़ी अपनी शिकायत लेकर कहां जाए? अगर मंत्रालय उनकी नहीं सुन रहा है तो अदालत में अपनी बात रखने जा रहे हैं।बजरंग का कहना है कि उन्होंने खेल मंत्री के मोबाइल पर कई बार फोन किया लेकिन बात नहीं हो सकी, तो बाद में मंत्री के पीए से बात कर मिलने का समय मांगा था। पीए ने जवाब दिया, मंत्री हर किसी से नहीं मिल सकते जबकि हमारा हक बनता है कि खेल मंत्री हमारी बात को सुनते। हमने देश के लिए पदक जीता है हमारे साथ अन्याय हुआ है, मंत्री ने नहीं सुनी तो अदालत हमारी बात तो सुनेगी।