नई दिल्लीः दुनिया के सबसे बड़े शिक्षा बोर्ड ‘माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड’ पर ‘साइबर अटैक’ हुआ है। साइबर वर्ल्ड में इस बोर्ड की पहचान चुराई गई। इससे मिलते जुलते नामों का इस्तेमाल कर करोड़ों छात्र, शिक्षकों को गुमराह किया जा रहा है। 

यूपी बोर्ड के नाम पर जालसाजों ने दूसरी वेबसाइट शुरू कर दी हैं। ये हूबहू माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश इलाहाबाद की आधिकारिक वेबसाइट की नकल हैं। फर्क सिर्फ यूआरएल आईडी का है।  ये भी काफी हद तक एक जैसी होने के कारण अंतर समझ में ही नहीं आता।

‘हिन्दुस्तान’ की पड़ताल में अभी तक ऐसी छह वेबसाइट के नाम सामने आए हैं। जिनमें, चार सक्रिय रूप से काम कर रही हैं। इनकी संख्या और भी हो सकती है।

जालसाज इन फर्जी वेबसाइट के सहारे दुनिया के इस सबसे बड़े शिक्षा बोर्ड से जुड़े करोड़ों लाखों छात्र, शिक्षकों और स्कूल प्रबंधनों को गुमराह कर रहे हैं। उनसे जुड़ी सूचनाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।

चौंकाने वाली बात है कि इनमें से कुछ का संचालन तो प्रदेश सरकार और माध्यमिक शिक्षा विभाग की नाक के नीचे राजधानी लखनऊ से हो रहा है। इस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की मिलीभगत के बिना इतना बड़ा रैकेट संचालित किए जाने की संभावनाएं कम हैं।

माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड की सिर्फ दो आधिकारिक वेबसाइट हैं। इनकी यूआरएल आईडी  www.upmsp.edu.in और www.upmsp.nic.in हैं। माध्यमिक शिक्षा परिषद के अपर सचिव शिव लाल ने बताया कि www.upmsp.nic.in फिलहाल काम नहीं कर रही है। इसलिए,  सिर्फ एक वेबसाइट www.upmsp.edu.in है। इसके अलावा, नतीजों के लिए एक अलग वेबसाइट है। जालसाजों ने इन यूआरएल आईडी से मिलते-जुलते नामों का सहारा लेकर अपनी वेबसाइट तैयार की हैं। ये यूआरएल अलग-अलग सर्वर से होस्ट हो रहे हैं।