नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को सिंगापुर में आयोजित फिनटेक संबोधन में कहा कि तकनीक के क्षेत्र में बीते कुछ दशकों में भारत ने लंबी छलांग लगाई है। आज तकनीक कई तरह की नई मौके तैयार कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सिंगापुर तकनीक की मदद से ही कम समय में ग्लोबल फाइनेंस हब बन गया है।

उन्होंने कहा कि हमने बीते कुछ वर्षों में 1.2 बिलयन लोगों का बॉयोमेट्रिक आइडेंटिटी जेनरेट किया, जबकि 1.3 बिलियन लोगों के भारत में वित्तीय समावेशन एक सच्चाई बन पाई। इस दौरान पीएम मोदी ने जनधन योजना की भी बात की। पीएम मोदी ने कहा कि हमनें बीते कुछ वर्षों में 330 मिलियन लोगों के नए खाते खोले। उन्होंने कहा कि 2014 तक भारत में 50 फीसदी से भी कम लोगों के पास बैंक खाते थे। आज के दिन तकरीबन सभी का अपना बैंक खाता है।

पीएम मोदी ने इस मौके पर भारत सरकार की तरफ से लांच किए गए भीम एप, बॉयोमेट्रिक सिस्टम और बीते तीन साल में खोले गए नए बैंक खातों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे अपनी सरकार की तरफ से फिनटेक फेस्टिवल में बोलने का मौका मिला है।

पीएम ने कहा कि आज भारत बॉयोमेट्रिक आइडेंटिटी, नए बैंक खातों और सेल फोन की मदद से विश्व का सबसे बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर बना हुआ है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार जब आई तो हमारा सिर्फ एक ही मकसद था और वह यह कि हम सभी का समावेशी विकास कर पाएं। ताकि हम इसकी मदद से हर एक नागरिक के जीवन स्तर को सुधार पाएं. इसके लिए हमें एक स्थाई वित्तीय समावेश की जरूरत थी।