
देश के 71वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज पूरे राष्ट्र में देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत कार्यक्रमों का आयोजन किया गया और सभी राज्यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों की जनता ने मिलकर इस अवसर पर विविधता में एकता की भावना को प्रकट किया।
राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने कड़ी सुरक्षा के बीच तिरंगा फहराया और अपने राज्यों के लिए विकास के कार्यक्रमों की घोषणा की।
जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इस मौके पर अपने राज्य के विशेष दर्जे की बात कही और देश की संस्थाओं पर भरोसा जताया। उन्होंने राज्य में हिंसा के लिए पाकिस्तान को भी आड़े हाथ लिया।
अनुच्छेद 35 ए पर उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि उच्चतम न्यायालय अपने समक्ष मौजूदा याचिका को खारिज कर देगा।’’ गौरतलब है कि शीर्ष अदालत में अनुच्छेद 35ए को चुनौती दी गयी है।
महबूबा ने कहा कि राज्य की जनता ने भारत में शामिल होने का फैसला किया था क्योंकि उन्हें देश और प्रदेश में मौजूद बहुलवाद में समानताएं नजर आईं।
उन्होंने कहा कि देश में अनेक लोग मानते हैं कि जम्मू कश्मीर भारत का सिरमौर है। इसमें कोई संदेह नहीं है और यह ऐसा ही रहना चाहिए।
इस बीच कश्मीर में एहतियातन कदम के तौर पर मोबाइल फोन सेवाएं और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गयीं।
राष्ट्रीय ध्वज फहराते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन्सेफेलाइटिस जैसी बीमारियों से निपटने के लिए स्वच्छ भारत मिशन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने आजादी के 70 साल बाद भी बच्चों के मारे जाने की घटनाओं पर दुख जताया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यहां छत्रसाल स्टेडियम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार डेंगू और चिकनगुनिया को रोकने के लिए अगले दस दिन में विस्तृत योजना लेकर आएगी।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने स्वतंत्रता दिवस की 70वीं वर्षगांठ के मौके पर देहरादून में तिरंगा फहराया और राज्य से भ्रष्टाचार का सफाया करके लोगों द्वारा दिए गए विशाल जनादेश का सम्मान करने का वादा किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार 2019 तक राज्य की साक्षरता दर सौ फीसदी तक पहुंचाने के लिये काम करेगी।
( Source – PTI )