
चार सौ अधिक नये विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का अप्रैल-मई में सेबी में पंजीकरण हुआ जो इस बात का संकेत है कि भारत आर्कषक गंतव्य बना हुआ है। बाजार नियामक के नवीनतम आंकड़े से यह बात सामने आयी है।
पिछले वित्त वर्ष में 3,500 नये विदेशी एफपीआई का सेबी में पंजीकरण हुआ था।
सेबी के आंकड़े के अनुसार नियामक का अनुमोदन वाले एफपीआई की संख्या मई, 2017 के आखिर में 8,214 तक पहुंच गयी। मार्च के अंततक उनकी संख्या 7,807 थी, यानी 407 नये एफपीआई जुड़े।
विशेषज्ञों का कहना है कि एफपीआई भारत को उसके वृहद आर्थिक स्थायित्व, दीर्घकालिक वृद्धि संभावनाओं और वर्तमान आर्थिक सुधारों के चलते अपना पसंदीदा और स्थिर बाजार समझते हैं।
उनके अनुसार इसके अलावा भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमयाक बोर्ड द्वारा उठाए गए कई कदमों से उसके प्रति आकर्षण बढ़ा।
( Source – PTI )