
भारत ने आज अपने सबसे घातक और परमाणु क्षमता से युक्त अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-पांच का सफल परीक्षण किया। 5,000 किलोमीटर से अधिक दूरी पर स्थित लक्ष्य को भेदने में सक्षम इस मिसाइल का ओड़िशा तट से दूर अब्दुल कलाम द्वीप से परीक्षण किया गया, जिसकी पहुंच समूचे चीन तक होगी।
रक्षा सूत्रों ने कहा कि आज के सफल परीक्षण से सबसे शक्तिशाली भारतीय मिसाइल के प्रायोगिक परीक्षण और अंतिम तौर पर इसे स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड :एसएफसी: में शामिल करने का रास्ता साफ हो गया है।
रक्षा मंत्रालय के एक वक्तव्य में बताया गया, ‘‘ओड़िशा स्थित डॉ. अब्दुल कलाम द्वीप से सुबह 11 बजे डीआरडीओ ने अग्नि-5 का सफल परीक्षण किया। मिसाल के परीक्षण से स्वदेशी मिसाइल क्षमता और देश की प्रतिरोधक क्षमता का स्तर बढ़ा है।’’ वक्तव्य में कहा गया है कि सभी रडार, ट्रैकिंग सिस्टम और रेंज स्टेशनों ने इसके उड़ान प्रदर्शन पर नजर रखी और मिशन के सभी उद्देश्यों को सफलतापूर्वक हासिल किया गया। यह अग्नि-5 मिसाइल का चौथा परीक्षण था और रोड मोबाइल लांचर पर एक कैनिस्टर से दूसरा परीक्षण था।
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन :डीआरडीओ: के सूत्रों ने बताया कि तीन चरणों वाले और सतह से सतह तक मार करने में सक्षम मिसाइल का एकीकृत परीक्षण रेंज :आईटीआर: के लांच कांप्लेक्स-चार से सुबह 11 बजकर पांच मिनट पर मोबाइल प्रक्षेपण यान के जरिये परीक्षण किया गया।
डीआरडीओ ने कहा कि करीब 17 मीटर लंबे और 50 टन वजन वाले इस मिसाइल ने अपने सभी लक्ष्यों को भेदने में सफलता प्राप्त की।
अग्नि-पांच 5,000 किलोमीटर से भी अधिक दूरी पर स्थित लक्ष्य को भेदने में सक्षम है।
( Source – PTI )