
भारतीय मौसम विभाग ने आज कहा कि मध्य और उत्तर भारत के हिस्सों में लू से 27 से 31 मई के बीच धीरे धीरे निजात मिलने की संभावना है।
विभाग ने अपने अनुमान में कहा, ‘‘ राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात के कुछ स्थानों एवं दक्षिण उत्तर प्रदेश, विदर्भ व मध्य महाराष्ट्र के छिटपुट स्थानों पर तेज लू चलने की संभावना है।’’ मौसम विभाग ने पूर्वी व पश्चिमी राजस्थान, पूर्वी व पश्चिमी मध्य प्रदेश, सौराष्ट्र और कच्छ एवं गुजरात क्षेत्र के लिए ‘रेड अलर्ट’ और ‘जबरदस्त लू’ चलने की चेतावनी जारी की है। अगले दो दिन यह स्थिति बने रहने की संभावना है।
विभाग ने कहा, ‘‘ गर्मी की तीव्रता इसके बाद घटने की संभावना है और 27 से 31 मई के दौरान लोगों को लू से धीरे धीरे निजात मिल सकती है। 17 से 27 मई के दौरान संपूर्ण उत्तरपश्चिम, पश्चिम और मध्य भारत में दिन का अधिकतम और रात्रि का न्यूनतम तापमान सामान्य से उपर रहने की संभावना है।’’ देश के कई हिस्से तेज लू की चपेट में हैं, जबकि भारतीय मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि मानसून का आगमन छह दिन विलंब से होगा।
इस बीच, दक्षिणपश्चिम मानसून के दक्षिण बंगाल की खाड़ी, अंडमान द्वीपसमूहों व उत्तर अंडमान सागर के शेष हिस्सों में आगे बढ़ने से अगले 48 घंटों के दौरान स्थिति अनुकूल रहेगी।
दक्षिणपश्चिम मानसून अपनी सामान्य तिथि से दो दिन पहले अंडमान व निकोबार द्वीपसमूहों पर आ गया, लेकिन बंगाल की खाड़ी में चक्रवात से इसकी प्रगति ‘कमजोर’ पड़ने की संभावना है जिससे केरल में मानसून के आगमन में विलंब होगा।
( Source – पीटीआई-भाषा )