
केन्द्र ने ‘आयुष’ योजना के तहत होम्योपैथी पर अनुसंधान के लिए इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग साइंस एंड टेक्नोलोजी :आईआईईएसटी:, शिबपुर को 11 करोड़ रपये का अनुदान दिया है।
आईआईईएसटी के निदेशक अजय कुमार रॉय ने ‘‘पीटीआई भाषा’’ से कहा, ‘‘इस पैसे से हम प्रयोगशाला के लिए उपकरण खरीद सकते हैं। इसका नाम होम्योपैथी के प्रसिद्ध चिकित्सक भोला चक्रबर्ती के नाम पर रखा गया है।’’ उन्होंने कहा बताया कि प्रयोगशाला में जैव-भौतिकी, जैव रसायन आधारित अनुसंधान पर जोर दिया जायेगा।
रॉय ने कहा कि आयुष मंत्रालय ने सुझाव दिया था कि इसका नाम प्रसिद्ध चिकित्सक के नाम पर रखा जाये, जिसने अपने राज्य को गौरव दिलाया और इसलिए हमने डॉ. भोलाराम चक्रवती के नाम पर केंद्र का नाम रखा है।
उन्होंने कहा कि आईआईईएसटी पहले से ही बेहतरीन इंजीनियरिंग संस्थानों में शामिल रहा है और यदि इसके संकाय में वृद्धि हो जाए तो यह शीर्ष दस में शामिल हो जाएगा ।
रॉय ने कहा, ‘‘हाल ही में एचआरडी रंैकिंग के अनुसार हम देश में लागभग सभी आईआईटी से उपर हंै। कोष संबंधी बाधाओं पर विचार किया जाए तो यह कोई छोटी बात नहीं है।’’ रॉय ने कहा, ‘‘हमारे छात्रों ने सियाचिन पर एक परियोजना तैयार की है, जो सीमा क्षेत्र में उंचाई वाले क्षेत्र पर एक संयुक्त अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान केन्द्र के बारे में बात करती है और यह भारत-पाक तनाव का हल हो सकता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी को परियोजना रिपोर्ट पेश करेंगे।’’
( Source – PTI )