
उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) ने इस साल प्राकृतिक तत्वों की ढुलाई किये बगैर रेल मंत्रालय के भारवाहन सम्बन्धी लक्ष्यों से ज्यादा माल का परिवहन किया है।
एनसीआर के महाप्रबन्धक एम. सी. चौहान ने आज बताया कि उत्तर मध्य रेलवे ने ढुलाई के मामले में ना सिर्फ पिछले साल के प्रदर्शन को दोहराया, बल्कि रेल मंत्रालय द्वारा दिये गये लक्ष्य से भी ज्यादा माल परिवहन किया है। सबसे खास बात यह है कि इस बार कोयला, लौह अयस्क, बाक्साइट, खनिज, इस्पात और लकड़ी जैसे प्रचुर मात्रा में ढोये जाने वाले प्राकृतिक तत्वों की ढुलाई नहीं की गयी है।
उन्होंने बताया कि रेल मंत्रालय ने एनसीआर को इस साल 60 लाख 89 हजार टन माल ढुलाई का लक्ष्य दिया था, लेकिन इस साल अप्रैल से अक्तूबर के अंत तक एनसीआर ने 70 लाख 77 हजार 500 टन माल का परिवहन किया, जो पिछले साल के मुकाबले 10.4 प्रतिशत और कुल लक्ष्य से 12.8 फीसद ज्यादा है।
चौहान ने कहा कि यह एनसीआर द्वारा उपभोक्ताओं को रेल के जरिये माल भेजने के लिये प्रेरित करने समेत विभिन्न नये कदमों के कारण सम्भव हो सका है। साथ ही एनसीआर ने अपने झांसी मण्डल के बिजौली तथा शनिचरा स्टेशनों और इलाहाबाद मण्डल के मंडा तथा मलवां रेलवे स्टेशनों को पत्थर की लोडिंग के लिये खोल दिया है, जिससे और भी ज्यादा मदद मिली।
एनसीआर के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी गौरव कृष्ण बंसल ने कहा कि उत्तर मध्य रेलवे द्वारा लक्ष्य से भी ज्यादा भारवहन करने से क्षेत्र की अर्थव्यवस्था तो मजबूत होगी ही, साथ ही इससे जाहिर होता है कि माल परिवहन जैसे अति प्रतिस्पर्धी क्षेत्र में भी एनसीआर बहुत मजबूती से आगे बढ़ रहा है।
( Source – PTI )