
राष्ट्रीय हरित अधिकरण :एनजीटी: ने शीर्ष प्रदूषण निगरानी संस्था को शहर के अलग अलग घरों से जल के नमूनों का विश्लेषण करने का निर्देश दिया है। एनजीटी को शिकायतें मिली हैं कि दिल्ली के निवासियों को पेयजल की आपूर्ति नहीं की जा रही है जिससे वे रिवर्स आस्मोसिस :आरओ: फिल्टर लगवाने के लिए मजबूर हैं।
अधिकरण ने केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड :सीपीसीबी: को उन टैंकरों या अन्य स्रोतों से भी नमूने एक़ित्रत करने का निर्देश दिया, जहां से राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न भागों में जल की आपूर्ति होती है।
एनजीटी प्रमुख स्वतंत्र कुमार की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा, ‘‘सीपीसीबी की ओर से पेश वकील उन विभिन्न घरों से जल के नमूने एकत्रित करके इनकी जांच करें जहां दिल्ली जल बोर्ड या निगम जलापूर्ति कर रहा है।’’ पीठ ने कहा, ‘‘वे उन टैंकरों, स्रोतों से भी नमूने एकत्रित करें जहां से शहर के विभिन्न इलाकों में जलापूर्ति की जा रही है और उन नमूनों का विश्लेषण करने के बाद सुनवाई की अगली तारीख पर अधिकरण के सामने रिपोर्ट रखें।’’ मामले को 10 अगस्त को अगली सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है।
यह निर्देश एनजीओ ‘फ्रेंड्स’ द्वारा दायर याचिका पर आया, जिसमें आरोप लगाया गया कि दिल्ली के लोगों को पेयजल नहीं मिल रहा है जिसके कारण वे आरओ मशीन लगवाने को मजबूर हैं।
( Source – पीटीआई-भाषा )