
उत्तम मुखर्जी
नई दिल्ली/धनबाद । केंद्र सरकार ने लंबी जद्दोजहद के बाद महाराष्ट्र कैडर के 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी सुबोध जायसवाल को सीबीआई का नया डायरेक्टर नियुक्त किया है. मंगलवार देर शाम जारी किए गए आदेश में सुबोध जायसवाल को अगले 2 साल के लिए सीबीआई का निदेशक नियुक्त किया गया है. साफ-सुथरी छवि वाले सुबोध जायसवाल फिलहाल सीआईएसएफ के डीजी हैं. वे महाराष्ट्र पुलिस के डीजी रह चुके हैं । सुबोध जयसवाल झारखण्ड के धनबाद जिले के चासनाला क्षेत्र में पले बढ़े हैं। उनके पिता शिव शंकर जयसवाल सिंदरी एफसीआई में ठीकेदार थे तथा रोड़ाबांध में उनका लॉज एवं दुकान का व्यवसाय था । उनकी स्कूलिंग डिगवाडीह डिनोबिलि में हुई। उनके एक भाई मनोज जयसवाल चेन्नई में प्रोफ़ेसर हैं जबकि तीसरे भाई प्रिंस यूरोप में रहते हैं। सुबोध जयसवाल के बारे में कहा जाता है कि वे इंटेलिजेंस में माहिर हैं। उनके इस गुण के कारण वे रॉ में भी खास भूमिका अदा कर चुके हैं।
गौरतलब है कि सीबीआई के अपर निदेशक और गुजरात कैडर के आईपीएस प्रवीण सिन्हा इन दिनों सीबीआई का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे हैं. पिछले साल फरवरी में तब के सीबीआई चीफ आलोक वर्मा और डिप्टी चीफ राकेश अस्थाना के बीच विवाद के बाद से ये पद खाली चल रहा है. नये सीबीआई निदेशक की नियुक्ति को लेकर सोमवार को शाम 6.30 बजे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में प्रधानमंत्री आवास पर बैठक हुई थी. बैठक में समिति के सदस्य सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एन वी रमन्ना और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी भी मौजूद थे.
इस सूची में राकेश अस्थाना और कौमुदी के नाम सबसे ऊपर थे, लेकिन चीफ जस्टिस एनवी रमना ने एक नियम का हवाला दिया जिससे दोनों के नाम सूची से बाहर हो गए। छह माह मात्र जिनकी सेवा बची है उनका चयन नहीं होना है। इसी नियम के तहत बाकी दोनों छंट गए।
बैठक के दौरान 1985 बैच के सुबोध जायसवाल समेत वीएस कौमुदी और कुमार राजेश चंद्रा के नाम पर भी चर्चा हुई. सोमवार शाम करीब 7.30 बजे तक चली बैठक में सर्वसम्मति से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना और लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने सुबोध जयसवाल के नाम पर सहमति जताई और सुबोध जयसवाल के नाम को प्रस्तावित कर कैबिनेट कमेटी ऑन अपॉइंटमेंट के सामने भेज दिया था. जिसके बाद मंगलवार देर शाम सुबोध जयसवाल के नाम का नियुक्ति पत्र जारी कर दिया गया. जारी किए गए नियुक्ति पत्र के अनुसार सुबोध जायसवाल का कार्यकाल पद संभालने की तिथि से 2 वर्ष तक का होगा.