मंदसौर – सरकारी क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) के वित्तीय निष्पादन की समीक्षा को लेकर सांसद गुप्ता ने वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण जी से लोकसभा में प्रश्न किया। उन्होने कहा कि सरकार ने सरकारी क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) के वित्तीय निष्पादन की समीक्षा की है। इसका ब्यौरा देने का कष्ट करें। इसके साथ ही इस समीक्षा के परिणाम क्या निकले। इसका भी ब्यौरा देने का कष्ट करें। सांसद गुप्ता ने कहा कि सरकार ने कोविड-19 महामारी से प्रभावित व्यवसायों की मदद करने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड, स्टैंड-अप इंडिया, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना आदि जैसी सरकारी योजनाओं के लिए निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने में बैंकों द्वारा की गई प्रगति की भी समीक्षा की है। सरकारी क्षेत्र के बैंकों ने वर्तमान वित्तीय वर्ष के दौरान रिकार्ड लाभ अर्जित किया है।
प्रश्न के जवाब में वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने बताया कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) के मुख्य कार्यपालकों के साथ 6 जुलाई 2023 को हुई बैठक में विभिन्न मुद्दों, जिनमें अन्य बातों के साथ-साथ, बैंकों का कार्य-निष्पादन, प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र में उधार संबंधी लक्ष्यों को प्राप्त करने, सकारात्मक मैक्रो ट्रेंड, बेहतर व्यावसायिक अवधारणाओं और विभिन्न सरकारी योजनाओं के अंतर्गत प्रगति शामिल है, के संबंध में चर्चा हुई थी। इसमें यह निर्णय लिया गया था कि पीएसबी सहजता से सेवा प्रदान करने और ग्राहक संरक्षण के संबंध में एक ध्यान केंद्रित दृष्टिकोण अपनाएंगे, विनियामकीय नियमों का पालन करेंगे, सुदृढ जोखिम प्रबंधन पद्धतियों को अपनाएंगे, प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र के उधार लक्ष्यों को उसकी सभी उप-श्रेणियों सहित पूरा करने के लिए ग्रामीण, कृषि और क्षेत्र-वार ऋण देने आदि पर ध्यान देंगे। उन्होने बताया कि क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) के प्रायोजक बैंकों द्वारा आरआरबी को और अधिक सक्षम बनाने के लिए उनके प्रौद्योगिकी उन्नयन हेतु उपाय किए जाएंगे। पीएम स्व-निधि स्कीम जिसे कोविड से प्रभावित स्ट्रीट वेंडरों को अपना कारोबार पुनः आरंभ करने के लिए शुरू किया गया था, के अंतर्गत कार्यनिष्पादन उल्लेखनीय है, इसके अंतर्गत दिनांक 20.7.2023 की स्थिति के अनुसार 38.5 लाख स्ट्रीट वेंडरों को 6,482 करोड़ रुपये के 50.57 लाख ऋण संवितरित किए गए हैं। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) के वित्तीय कार्य-निष्पादन को भी नोट किया गया था जिससे यह पता चला कि सभी प्रमुख वित्तीय मापदंड जैसे ऋण प्रदान करना लाभप्रदता, आस्ति गुणवत्ता, पूंजी पर्यापता आदि में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है और वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) ने 1,04,649 करोड़ रुपए का रिकॉर्ड शुद्ध लाभ दर्ज किया है।