नई दिल्ली : आध्यात्मिक गुरु महाराज भय्यूजी (यशवंत राव देशमुख) ने मंगलवार को अपने खंडवा रोड स्थित आवास पर खुद को गोली मार ली है। उन्हें गंभीर हालत में यहां बाम्बे अस्पताल ले जाया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। इंदौर के पुलिस उप महानिरीक्षक हरिनारायण चारी मिश्रा ने बताया, “प्रारंभिक तौर पर मिली जानकारी के अनुसार भय्यूजी महाराज ने अपने आवास पर खुद को गोली मारी है।उन्हें बाम्बे अस्पताल (इंदौर) के आईसीयू में भर्ती कराया गया है। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। । खुद को गोली मारने का कारण क्या है, इसका खुलासा नहीं हो पाया है।”भय्यूजी महाराज का सभी राजनीतिक दलों में दखल रहा है। कांग्रेस और संघ के लोगों से उनके करीबी रिश्ते रहे हैं। वे लगातार समाज के लिए कई प्रकल्प चला रहे हैं।भय्यूजी महाराज को राजनीतिक रूप से ताकतवर संतों में गिना जाता था। उनका असली नाम उदयसिंह देशमुख था और उनके पिता महाराष्ट्र में कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे हैं। उनका नाम तब चर्चा में आया था, जब भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान भूख हड़ताल पर बैठे अन्ना हजारे को मनाने के लिए यूपीए सरकार ने उनसे संपर्क किया था।भय्यूजी महाराज उस वक्त सुर्खियों में आए थे जब इन्होंने सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे का अनशन तुड़वाने में अहम रोल निभाया था।