दिल्ली विधानसभा की आचार संहिता समिति ने विधायक अलका लांबा के खिलाफ विवादित बयान देने के मामले में भाजपा विधायक ओपी शर्मा को दोषी करार दिया है। इसके साथ ही आचार संहिता समिति ने ओपी शर्मा की विधानसभा सदस्यता रद्द करने की सिफारिश भी की है।
बता दें कि दिल्ली विधानसभा में नाइट शेल्टर के मुद्दे पर चर्चा के दौरान अलका लांबा ने शर्मा से कहा, तुम क्या बोल रहे हो, तुम तो नशे का व्यापार करते हो। इसके जवाब में ओपी शर्मा ने कहा- तुम तो रातभर घूमती हो। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने ओपी शर्मा को मंगलवार और गुरुवार, दो दिन के सत्र के लिए निलंबित कर दिया है।
इससे पहले अगस्त 2015 में ओपी शर्मा ने अलका लांबा को ‘नशे का आदी’ बताते हुए विवाद खड़ा कर दिया था। अलका पर दिल्ली के चांदनी चौक में ‘नशा विरोधी अभियान’ के दौरान हमला हुआ था और इसी पर टिप्पणी करते हुए शर्मा ने अभियान का नेतृत्व करने के पीछे उनकी ‘मंशा’ पर सवाल खड़े किए थे।
कांग्रेस ने अपने हेडक्वार्टर में बेहूदा बयान विभाग खोल कर दिग्विजय सिंह, मनीस तिवारी और शकील अहमद जैसे लोगो को उसकी जिम्मेवारी सौंपी। अब मामला बिगड़ गया । राजनितिक बयानबाजी में मर्यादा का अभाव दिखता है। जबकि जनता शिष्ट भाषा में की गई बातो को अधिक ग्रहण करती है। जहा तक प्रस्तुत विषय का सवाल है इसमें अलका लाम्बा कम दोषी नहीं है।