गूगल के लिए भारतीय सुंदर पिचोई है अहम, नौकरी ना छोड़ने के लिए दिए 305 करोड़ रूपए
नई दिल्ली,13 मई (हि.स.) । सबसे बड़ी सर्च इंजन कंपनी में काम करने वाले गूगल के लिए सुंदर पिचाई किसी खास रत्न से कम नहीं है। सुंदर पिचोई किसी दूसरी कंपनी में काम करने ना जाएं इसके लिए कंपनी ने उनको 305 करोड़ रूपए दिए है।चेन्नई में जन्मे सुंदर पिचाई का असली नाम पिचाई सुंदराजन है। वर्ष 2004 में उन्होंने गूगल में प्रोडेक्ट और इनोवेशन ऑफिसर के रूप में ज्वाइन किया था। उन्होंने 2004 में गूगल ज्वाइन किया था। उस समय वे प्रोडक्ट और इनोवेशन अफसर थे। पिचोई को जब व्हाइटएप ने अपने यहां नौकरी का प्रस्ताव दिया तो उन्होंने गूगल छोड़ने का प्रस्ताव दिया तो गूगल ने अपने इस अनमोल रत्न को 305 करोड़ रूपए देकर कहीं ओर जाने से रोक लिया।एंड्रॉएड, क्रोम और ऐप के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट बने पिचाई गगूल के कई अहम प्रोडक्ट को इनोवेट किया है। उनको गूगल का दूसरा व्यक्ति माना जाता है। पिछले साल एंड्रॉइड-एल (एंड्रॉइड लॉलीपॉप 5.0) भी पिचाई ने ही पेश किया था। 2008 से लेकर 2013 के दौरान सुंदर पिचाई के नेतृत्व में क्रोम ऑपरेटिंग सिस्टम की सफल लॉन्चिंग हुई और उसके बाद एंड्रॉएड मार्केट प्लेस ने उन्हें दुनियाभर में नामचीन बना दिया।एंड्रॉएड को लाने का श्रेय सुंदर को ही जाता है। सुंदर पिचाई जो पहले गूगल के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (एंड्रॉइड, क्रोम और ऐप्स डिविजन) थे। अक्टूबर में कंपनी के नए प्रोडक्ट चीफ बने।