कटड़ा: मां वैष्णो देवी के त्रिकुटा पर्वत के जंगलों में बीती रात से लगी आग ने भयंकर रूप धारण कर लिया है। आग पर काबू पाने के लिए श्राइन बोर्ड प्रशासन के साथ ही आपदा प्रबंधन दल दमकल विभाग पुलिस और सीआरपीएफ के जवान लगातार जुटे हुए हैं। पर तेज हवाओं के कारण आग पर काबू पाने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि आग का दायरा लगातार नए ताराकोट मार्ग की ओर बढ़ रहा है।श्राइन बोर्ड प्रशासन ने बुधवार दोपहर करीब 12:00 बजे नया ताराकोट मार्ग श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए बंद कर दिया। क्योंकि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को भगवान का सामना करना पड़ रहा था। हालांकि आग का दायरा ताराकोट मार्ग से करीब 300 मीटर की दूरी पर बना हुआ है। श्राइन बोर्ड प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से यह नया मार्ग श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया। बैटरी कार मार्ग के साथ ही पारंपरिक मार्ग पूरी तरह से सुचारु हैं और वैष्णो देवी यात्रा लगातार जारी है।जानकारी के मुताबिक आगजनी की घटना बीती देर रात ताराकोट मार्ग से करीब 1 किलोमीटर दूर गुड्डी धार क्षेत्र से हुई। और तेज हवाओं के कारण देखते ही देखते 1 किलोमीटर का क्षेत्र आग के कब्जे में आ गया। जिससे वन संपदा जलकर राख हो गई। आग का दायरा भवन मार्ग के क्षेत्र में ना पहुंचे इस को रोकने के लिए भरसक प्रयास जारी है।