श्रीनगर में 2 दिन पूर्व आतंकी हमले में शहादत पाने वाले भराड़ू के शहीद राजकुमार राणा की सोमवार को उनके पैतृक गांव भराड़ू में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि हुई। इस मौके पर सैंक ड़ों लोगों ने नम आंखों से शहीद जवान को अंतिम विदाई दी। रविवार देर रात शहीद का पाॢथव शरीर उनके घर पहुंचाया गया। इस मौके पर मंडी के सांसद रामस्वरूप शर्मा, स्थानीय विधायक गुलाब सिंह, एसडीएम राहुल चौहान, सीआरपीएफ के डीआईजी एसएस गौहर, डिप्टी कमांडैंट कृष्ण लाल धीमान व पुलिस उपाधीक्षक संजीव भाटिया ने पुष्पचक्र शहीद को अॢपत किए तथा सीआरपीएफ व जिला पुलिस के जवानों ने सशस्त्र सलामी दी।
अंतिम विदाई के समय शहीद की दादी, मां, पत्नी व बेटियों के विलाप से सैंकड़ों लोगों की आंखें नम हुईं। शहीद को उनके छोटे भाई तेज सिंह व बेटी अंशिता ने मुखाग्नि दी। पूर्व विधायक सुरेंद्रपाल, जिला भाजपा महामंत्री पंकज जम्वाल, प्रदेश कांग्रेस सचिव राकेश चौहान व ब्लाक कांग्रेस के अध्यक्ष जीवन लाल सहित आसपास की पंचायतों के प्रतिनिधियों सहित सैंकड़ों लोग इस दौरान शामिल हुए। शहीद की बेटी अंशिता (14) ने अपने पिता की शहादत पर फक्र करते हुए कहा कि इस तरह की सलामी हर किसी को नसीब नहीं होती। अंशिता ने बताया कि उसके पापा उसे डाक्टर बनाना चाहते थे और अब वह डाक्टर बनकर पिता की तरह देश की सेवा करना चाहती है। अंशिता श्मशान तक पिता की शवयात्रा में आने वाली एकमात्र महिला थी, बावजूद इसके उसने बहादुरी के साथ अपने पिता की अंत्येष्टि की पूरी रस्में निभाईं।
वीर पिता की वीर पुत्री के साथ पूरा भारत वर्ष खड़ा है। श्रद्धांजली ।