नई दिल्ली : सपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लखनऊ स्तिथि सरकारी बंगले कोई खाली नहीं करना चाहते थे, वो कई तरह के बहाने बना रहे थे, पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का योगी सरकार ने पालन किया और आखिरकार अखिलेश यादव को सरकारी बंगला खाली करना पड़ा लखनऊ में जो जनता की संपत्ति थी, सरकारी बंगला जिसमे अखिलेश यादव रह रहे थे, उन्होंने इस बंगले को अपने जीवन भर की संपत्ति ही समझा हुआ था, इसी कारण वो इसे खाली नहीं करना चाहते थे, पर बात नहीं बनी, योगी सरकार ने कोर्ट के आदेश का पालन किया तो अखिलेश यादव को न चाहते हुए भी सरकारी बंगला खाली करना पड़ा सरकारी बंगला तो खाली कर दिया पर अखिलेश यादव ने जनता की इस संपत्ति को किसी के रहने लायक नहीं छोड़ा, इसे पूरी तरह उजाड़ दिया, अखिलेश यादव ने जगह जगह के इटालियन मार्बल उखडवा लिए, स्विमिंग पूल के टाइल्स भी उखडवा लिए, इसके साथ साथ गमले और नकले भी नहीं छोड़ेकई जगह के लाइट उखाड़कर ले गए, फर्श उखाड़कर ले गए, और बंगले को एक खँडहर जैसा बना दिया, कहने को अखिलेश यादव समाजवाद की बात करते है, पर ये निजी जीवन में किस स्तर के व्यक्ति है इन्होने खुद ही इस बात को साबित कर दिया, इन्होने सरकारी बंगले को जो जनता की संपत्ति है उसे पूरी तरह बर्बाद कर दिया कहने को अखिलेश यादव एक बड़े नेता है, पर मार्बल, टाइल्स, लाइट, गमले, नलके तक इनसे नहीं छूटा और ये सब उखाड़कर ले गए