भरोसा बढ़ा, 30 लाख मुस्लमानों ने ली भाजपा की सदस्यता
नई दिल्ली,। भाजपा अब अल्पसंख्यकों के बीच भी अपनी पैठ बनाने में कामयाब होती दिख रही है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हाल ही में मुस्लिम समुदाय से अपील की थी कि वे लोग उनका मूल्यांकन उनके काम और उनकी सरकार के प्रदर्शन के आधार पर करें ।
राज्यों से मिली ताजा रिपोर्ट के अनुसार, मुस्लिमों ने मोदी पर भरोसा जताया है । हाल ही में खत्म हुए सदस्यता अभियान में करीब 30 लाख मुस्लिमों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है । हालांकि, यह सदस्यता मिस्ड कॉल के जरिये ली गई है । मगर, पार्टी सूत्रों का कहना है कि यह सदस्यता अभियान में एक बहुत बड़ा बदलाव है ।एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के अनुसार, भाजपा के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रमुख अब्दुल रशीद अंसारी ने बताया कि इससे पहले पार्टी में मुस्लिम सदस्यों की संख्या नहीं गिनी गई थी । मगर, अब मोटे तौर पर कहा जाए, तो यह आंकड़ा पहले से दोगुना हुआ है । आंकड़ों के अनुसार, भाजपा शासित राज्यों में मुस्लिमों के पार्टी से जुड़ने की दर अधिक है। मध्य प्रदेश में करीब चार लाख, गुजरात में दो लाख 60 हजार, दिल्ली में 2.50लाख, पश्चिचम बंगाल में दो लाख 30 हजार, राजस्थान में दो लाख और असम में भी दो लाख मुस्लिमों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है । ऐसे ही उत्तर प्रदेश में भाजपा को एक लाख 75 हजार मुस्लिमों के ‘मिस्ड कॉल’ मिले हैं, जिसके जरिए भी सदस्यता अभियान चलाए हुए थी । भाजपा के सामने सबसे बड़ी चुनौती 30 लाख मुस्लिम सदस्यों को पार्टी कार्यकर्ता बनाने की होगी । हालांकि, भाजपा अपने हाईटेक सदस्यता अभियान से विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बन गई है ।