सिंचन घोटाले की जांच में अजीत पवार को राहत
मुंबई,। महाराष्ट्र में बहुचर्चित सिंचन घोटाले की जांच के दरम्यान पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को राहत देते हुए उन्हें एसीबी कार्यालय में न बुलाए जाने का निर्णय लिया गया है। अजीत पवार एसीबी के प्रश्नों का लिखित जवाब दे सकते हैं। यह जानकारी एसीबी सूत्रों ने दी है।
मिली जानकारी के अुनसार सिंचन घोटाले की खबरें मीडिया में प्रकाशित होने के बाद अजीत पवार को उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। पिछली सरकार ने सिंचन घोटाले की श्वेत पत्रिका निकाला था, इसके बाद अजीत पवार ने फिर से उपमुख्यमंत्री पद पर शपथ लिया था। हालांकि इस मामले की जांच कराये जाने की जोरदार मांग उस समय भाजपा कर रही थी। सत्ता में आने के बाद सिंचन घोटाले की जांच बेहद धीमी गति से शुरु की गई है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले की जांच किए जाने की छूट एसीबी को दिया था। इसके फलस्वरुप एसीबी की ओर से अजीत पवार को नोटिस जारी किया गया था। लेकिन अजीत पवार ने एसीबी के नोटिस को कोई महत्व नहीं दिया था। एसीबी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राज्य सरकार के निर्देश पर अजीत पवार को एसीबी कार्यालय में जांच के लिए न बुलाए जाने का निर्णय लिया गया।