संसद आदर्श ग्राम योजना के तहत 86 प्रतिशत सांसदों ने गांवों का चयन किया
नई दिल्ली, 05 जून (हि.स.)। देश के गांवों को विकसित करने के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी सांसद आर्दश ग्राम योजना के तहत संसद के दोनों सदनों के करीब 86 प्रतिशत सदस्यों ने गोद लेने के लिये अपने गांवों का चयन कर लिया है । करीब 108 सांसदों ने अभी तक किसी भी गांव को गोद नहीं लिया है जिसमें तृणमूल कांग्रेस पार्टी के सभी सांसदों के अलावा ऐसे सांसद शामिल है जिनके निर्वाचन क्षेत्र में कोई गांव ही नहीं है । सांसद आर्दश ग्राम योजना की शुरूआत पिछले वर्ष 11 अक्तूबर को की गई थी और इस योजना के तहत प्रत्येक सांसद को अपने निर्वाचन क्षेत्र के तीन गांवों को 2019 तक सांसद आर्दश ग्राम के रूप में विकसित करना है । केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री बीरेन्दर सिंह ने आज यहां सांसद आर्दश ग्राम योजना की राष्ट्रीय स्तर की समिति की प्रथम बैठक के बाद संवाददाताओं को उक्त जानकारी देते हुये बताया कि जिन सांसदों ने अभी तक सांसद आर्दश ग्राम योजना के तहत किसी गांव को गोद नहीं लिया है वे जल्दी ही अपने निर्वाचन क्षेत्र में गांवों की पहचान करें । उन्होंने बताया कि उन्होंने सांसदों से कहा है कि अगर उन्हें गांव को गोद लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है तो वे सरकार के पास उपलब्ध सूची में से गांव का चयन कर सकते है । उन्होंने बताया कि दिल्ली के सात लोकसभा और तीन राज्यसभा के सदस्यों ने गांव के चयन में असमर्थता प्रकट की है । उनका कहना है कि उनके क्षेत्र में कोई गांव ही नही है। अतः उन्हें अपने ब्लाकों के चयन करने की अनुमति दी जाये । उन्होंने पश्चिम बंगाल के सभी सांसदों से अपील की है कि वह इस योजना में शामिल हों और राष्ट्र की मुख्य विकासधारा में भागीदार बनें ।श्री सिंह ने कहा कि सांसदों द्वारा गोद लिये गये गांवों में से 204 गांवों के लिये विकास योजनाएं भी तैयार की जा चुकी है । उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय इन गांवों के लिये योजनाओं को तैयार करने में राज्यों के साथ पूरी तरह से जुड़ा हुआ है । उन्होंने उम्मीद जताई है कि सभी योजनाएं जल्द से जल्द तैयार कर ली जायेगी । ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि उनका मंत्रालय यह सुनिश्चित कर रहा है कि जहां कहीं भी ग्राम विकास योजनाएं तैयार हो चुकी है वहां पर जल्द से विकास कार्य प्रारंभ हो जाये। इस योजना की मध्यावधि समीक्षा इस वर्ष अक्तूबर में की जायेगी और अक्तूबर के बाद परियोजना की समीक्षा होगी । उन्होंने बताया कि 34 सांसद आर्दश ग्रामों में बहुत अच्छे कार्य की शुरूआत हुई है और कुल मिलाकर इस योजना के तहत छत्तीसगढ़ में सबसे बढिया काम हो रहा है।