मुलायम ने फिर की मातृभाषा की वकालत
लखनऊ,। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने शनिवार को एक बार फिर मातृभाषा की वकालत करते हुए अंग्रेजी भाषा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी की अनिवार्यता खत्म होनी चाहिए।मुलायम आज राजधानी लखनऊ में आयोजित साहित्य शिरोमणि सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दुनिया के जिन देशों ने तरक्की की है, अपनी मातृभाषा के माध्यम से की है।सपा मुखिया ने कहा कि भारत की तरक्की के लिए हमें अपनी मातृभाषा को ज्यादा अहमियत देनी होगी। उन्होंने इस अवसर पर अंग्रेजी की अनिवार्यता को खत्म करने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि आप देख लीजिए दुनिया में जो देश आगे है वे सब अपनी मातृभाषा के कारण हैं। ऐसे में अंग्रेजी भाषा को देश में अनिवार्य नहीं करना चाहिए।कार्यक्रम को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हिंदी में जितना काम हो अच्छा है। मातृभाषा से दुनिया में देशों ने तरक्की पाई है। उन्होंने कहा कि जब नेताजी (मुलायम सिंह यादव) देश के रक्षा मंत्री थे, तब इन्होंने सेना में हिंदी का काम शुरु कराया था। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने साहित्यकार गोपालदास नीरज और उदय प्रताप सिंह को साहित्य शिरोमणि सम्मान से नवाजा। पुरस्कार के तौर पर दोनों साहित्यकारों को 21-21 लाख रुपए और प्रशस्ति पत्र दिए गए। गीता चैम्पियन लीग की विजेता मरियम सिद्दीकी को भी इस मौके पर सम्मानित किया गया। उसे 11 लाख रुपए के साथ प्रशस्ति पत्र दिया गया। मरियम ने भी इस अवसर पर गरीब बच्चों की मदद के लिए मुख्यमंत्री को 11 हजार रुपए का डिमांड ड्राफ्ट दिया। गौरतलब है कि कुछ समय पहले मुंबई की मरियम सिद्दीकी ने गीता चैंपियन्स लीग को जीता था। इस लेखन प्रतियोगिता में 3000 प्रतियोगी थे। यह प्रतियोगिता श्रीमद्भगवद् गीता पर आधारित थी।