पीएम के बांग्लादेश दौरे से असम को हुआ नुकसान – अगप
असम,। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बांग्लादेश दौरे को लेकर एक ओर असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई तो दूसरी ओर विपक्षी पार्टी असम गण परिषद (अगप) ने विरोध जताया है। अगप का कहना है क मोदी के दो दिवसीय बांग्लादेश दौरे से असम का नुकसान हुआ है। जबकि मुख्यमंत्री गोगोई ने मोदी के दौरे से पूर्वोत्तर के मुख्यमंत्रियों को अलग रखने पर आपत्ति जताई है।अगप ने अपने आरोप में कहा है कि प्रधानमंत्री के बांग्लादेश दौरे के समय असम फिर से एक बार उपेक्षित हुआ है तथा विदेशी घुसपैठ का रास्ता अधिक सहज हुआ है। पार्टी के महासचिव रमेंद्र नारायण कलिता ने कहा है कि भाजपा की सरकार के एक वर्ष के शासन में असम ने काफी कुछ खोया है। असम के नागिरक प्रताड़ित होते रहे। कांग्रेस के रास्ते पर चल रही भाजपा ने असम की जमीन बांग्लादेश को हस्तांतरित करने की औपचारिकता को ही पूरा किया है।भूमि हस्तांतरण के कारण पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और मेघालय लाभान्वित होने के बदले असम को अपनी जमीन गंवानी पड़ी और अतिरिक्त तौर पर बांग्लादेशी घुसपैठियों का बोझ भी सहना पड़ा है। गुवाहाटी से ढाका बस सेवा शुरू होने के जरिए घुसपैठ को बढ़ावा दिया गया है। अगप का आरोप है कि बांग्लादेश दौरे में प्रधानमंत्री मोदी ने सीमा सील करने, प्रत्यर्पण संधि आदि मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं की। पार्टी ने कहा है कि इस दौरान मोदी बांग्लादेश का हित और देश के एकांश पूंजीपतियों के व्यवसाय को फैलाने पर ही अधिक जोर देते रेह हैं।मोदी के बांग्लादेश दौरे ने यह साबित कर दिया है कि कांग्रेस की ही तरह भाजपा को भी बांग्लादेशियों के वोट चाहिए। इधर मुख्यमंत्री गोगोई ने सोशल नेटवर्किंग साइट व्टिटर पर मोदी के बांग्लादेश दौरे में पूर्वोत्तर के एक भी मुख्यमंत्री को साथ नहीं लेने पर ऐतराज जताया है। गोगोई ने कहा है कि पूर्वोत्तर के मुख्यमंत्रियों को प्रधानमंत्री मोदी बांग्लादेश दौरे से अलग रखना सहकारी संघवाद की भावना के विपरीत है। इससे लगता है कि भारत और बांग्लादेश के बीच आपसी संबंध को बढ़ाने में पूर्वोत्तर के पड़ोसी राज्यों की कोई भूमिका ही नहीं है।