समुद्री निगरानी विमान डार्नियर की तलाश तेज
नई दिल्ली,।भारतीय तट रक्षक बल के लापता विमान डार्नियर की तलाश आज तीसरे दिन भी जारी है । इस अभियान में तट रक्षक बल, नौसेना के जहाज तथा विमान द्वारा तलाश की जा रही है । नौसेना के हाइड्रोग्राफिक जहाज आईएनएस संध्यायक ने 11-12 जून की रात्रि से तलाश शुरू कर दिया है । लापता विमान के सोनार यंत्रों से किसी भी प्रकार के ट्रांसमिशन का पता लगाने के लिए आईएनएस विमान पानी के भीतर काम करने वाले अपने जांच उपकरणों की मदद ले रहा है । विमान की तलाश में जुटे दलों ने तमिलनाडु के तटीय सुरक्षा समूह की पैरामोटर्स के जरिए कुड्डालूर के 30 किलोमीटर दक्षिण में 11 जून को दोपहर में हवाई सर्वेक्षण किया । वहीं तटीय क्षेत्र में दलदली वनस्पति मैन्ग्रोव में भी तलाशी अभियान जारी है ।भारतीय नौसेना की पनडुब्बी आईएनएस सिंधुध्वज भी तलाशी अभियान में आज दोपहर बाद शामिल हो सकती है । नेशनल रिमोट सेंसिंग एजेंसी की सहायता से इस क्षेत्र में विमान की संभावित स्थिति का पता लगाने के लिए उपग्रह से प्राप्त मानचित्रों का विश्लेषण भी किया जा रहा है । वहीं हैदराबाद स्थित इंडियन नेशनल सेंटर फॉर ओसियन इंफार्मेशन सर्विसेज से भी लापता विमान के बारे में एसएआर मॉडल प्रोग्रामिंग करने और अधिक संभावित क्षेत्र का पता लगाने का आग्रह किया गया है। इसके अलावा इस क्षेत्र के सामुद्रिक विश्लेषण के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओसियन टेक्नोलॉजी, चेन्नई से भी ममद मांगी गई है ।गौरतलब है कि गोवा के पास समुद्र में 9 जून 2015 को देर रात भारतीय नौसेना का विमान डार्नियर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में विमान के एक अधिकारी को बचा लिया गया था, लेकिन अन्य दो दो अधिकारियों का कोई पता नहीं चल सका । लापता अधिकारियों में एक पायलट और एक पर्यवेक्षक शामिल हैं । नौसेना के सूत्रों के मुताबिक यह हादसा उस वक्त हुआ जब समुद्री निगरानी विमान डोर्नियर अपने नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर था ।