मैं दिल्ली के सरकारी एवं निजी स्कूलों के शिक्षकों एवं प्रचार्यों से मिलकर प्रसन्न हूं । आप दोनों मिलकर सुनहरे भविष्य की नींव रखने में सक्षम है । आप सभी को मेरी शुभ कामनाएं ।
दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय द्वारा छात्रों एवं शिक्षकों के संबंध में आयोजित किये गये एक कार्यक्रम भूतपूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने उक्त बातें कही ।
छात्रों के कृमिक विकास में शिक्षकों की भूमिका पर अपने विचार रखते हुए पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि मैं एक ऐसे समुदाय से बात कर रहा हुं जो छात्रों के भविष्य की आधार शिला रखता है । छात्रों के मस्तिष्क में ज्ञान का प्रकाश फैलाता है ।
रोजगार परकता पर अपने विचार रखते हुए अब्दुल कलाम ने कहा कि आने वाले समय में हमें 300 से 500 बिलियन कौशलयुक्त छात्रों की आवश्यकता होगी । इसीलिए हमें अभी से माध्यमिक एवं विश्वविद्यालय स्तर के पाठयक्रम को बदलने की आवश्यकता है ।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के छात्रों के लिए कौशल एवं प्रशिक्षण अत्यधिक आवश्यक है । इसीलिए प्रत्येक स्कूल के पास इस तरह के केन्द्र स्थापित किये जाये ।
इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति ने छात्रों एवं शिक्षकों से जुडे अन्य मुददों पर भी अपने विचार रखे ।