
अबिनाश रूइदास को राहत देते हुए एआईएफएफ ने ईस्ट बंगाल के लिये खेलने का भारतीय फुटबाल संघ का निर्देश बदल दिया जिससे स्पष्ट भी हो गया कि विवादित मसलों पर अंतिम फैसला लेने का अधिकार सिर्फ एआईएफएफ के पास है ।
आईएफए सचिव उत्पल गांगुली ने 27 जुलाई को कहा था कि रूइदास का ईस्ट बंगाल के साथ दो साल और खेलने का करार है । उसे खिलाड़ियों के ड्राफट में आईएसएल टीम मुंबई सिटी एफसी ने अनुबंधित किया था लेकिन ईस्ट बंगाल का दावा था कि उसे दो सत्र और उसके साथ खेलना होगा ।
रूइदास ने कहा कि उसने ईस्ट बंगाल के साथ 2017 . 18 के लिये करार नहीं किया था और उन्होंने उसके जाली दस्तखत किये गए हैं ।
एआईएफएफ ने मशहूर वकील उषानाथ बनर्जी की अध्यक्षता में सात सदस्यों की विशेष समिति का गठन किया था जिसका काम यह जानना था कि महासंघ को इस मामले में फैसला लेने का अधिकार है या नहीं ।
समिति ने अपने फैसले में कहा कि आईएफए का 28 जुलाई का फैसला थोपा नहीं जा सकता । एआईएफएफ को इस मामले में अंतिम फैसला लेने का अधिकार है।
( Source – PTI )