नई दिल्ली: नोटबंदी के बाद जारी किये गए 2000 और 500 रुपये के नये नोटों की ढुलाई में भारतीय वायु सेना अहम भूमिका निभाई थी। इस काम को पूरा करने पर सेना को 29.41 करोड़ रुपये खर्च करने पड़े थे। जिसका बिल वायुसेना ने मोदी सरकार को सौंपा है।दरअसल, नोटबंदी के दौरान वायुसेना के अत्याधुनिक परिवहन विमान सी-17 और सी-130 जे सुपर हरक्यूलिस का इस्तेमाल किया था। एक आरटीआई के जवाब देते हुए वायुसेना ने कहा, ‘‘देश के विभिन्न हिस्सों में नोटों की ढुलाई के लिए सेना के विमानों ने 91 चक्कर लगाए थे। जिसका खर्चा लगभग 30 करोड़ रुपए था।’’
सेना ने सेवाओं के बदले थमाया 29.41 करोड़ रुपए का बिल
वायुसेना ने अपने जवाब में कहा कि उसने सरकारी सेक्युरिटी प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और भारतीय रिजर्व बैंक नोट प्रिंटिंग प्राइवेट लिमिटेड को अपनी सेवाओं के बदले में 29.41 करोड़ रुपए का बिल सौंपा है।