कोलकाता में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास की वायु गुणवत्ता रिपोर्ट के मुताबिक शहर के पार्क स्ट्रीट इलाके में पीएम 2.5 का स्तर मंगलवार को दिल्ली के चाणक्यपुरी इलाके के प्रदूषण के स्तर को भी पार कर गया। पर्यावरणविदों और यहां के लोगों ने इस पर चिंताएं जताई हैं।
वाणिज्य दूतावास की वेबसाइट पर उपलब्ध रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रदूषण को मापने के सूचकांक प्रदूषक तत्व (पीएम) का स्तर दिल्ली के चाणक्यपुरी इलाके में मंगलवार दोपहर से शाम छह बजे के बीच 292 से 189 एक्यूएल (एक्सेप्टेबल क्वालिटी लिमिट) के बीच पाया गया। यहां पार्क स्ट्रीट में इस दौरान प्रदूषण का स्तर 272 से 288 एक्यूएल के बीच मापा गया।
रिपोर्ट पर चिंता जताते हुए पर्यावरणविद एस एम घोष ने कहा कि शहर में प्रदूषण के खतरनाक स्तर का मुख्य कारण डीजल कारें हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (डब्ल्यूबीपीसीबी) डीजल कारों की संख्या को कम करने के लिए बहुत कम प्रयास कर रहा है।
वेबसाइट के मुताबिक, आज दोपहर एक बजे तक नई दिल्ली में एक्यूएल 389 तक पहुंच गया।
डब्ल्यूबीपीसीबी के अध्यक्ष कल्याण रुद्र ने कहा कि घबराने की कोई बात नहीं है क्योंकि रिपोर्ट में केवल एक क्षेत्र की बात की गई और यह पूरी तस्वीर पेश नहीं करती।
पश्चिम बंगाल सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि यहां की स्थिति दिल्ली के मुकाबले बेहतर है और वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
पश्चिम बंगाल के पर्यावरण मंत्री सोवोन चटर्जी ने कहा, ‘‘मैंने अभी अमेरिकी वाणिज्य दूतावास की रिपोर्ट नहीं पढ़ी है लेकिन सरकार प्रदूषण कम करने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है।’’
( Source – PTI )