उत्तर प्रदेश के ‘समाजवादी’ कुनबे में जारी घमासान में संख्याबल के मामले में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का पलड़ा भारी होने के बीच इस झगड़े की मुख्य वजह बताये जा रहे सपा के राज्यसभा सदस्य अमर सिंह ने आज कहा कि संख्या या सत्ता से किसी की हैसियत नहीं बनती।
सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा कि वह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि वह अखिलेश की उन्नति में बाधक नहीं हंै। वह पार्टी के दोनों धड़ों में समझौते की राह निकाले जाने की हिमायत करते हैं।
उन्होंने किसी का नाम लिये बगैर आरोप लगाया कि पार्टी में जो कुछ हो रहा है, उसकी वजह वह नहीं, बल्कि अखिलेश का एक प्रबल समर्थक है।
सपा के चुनाव निशान साइकिल पर कब्जे की लड़ाई में पार्टी के 212 विधायकों के मुख्यमंत्री के पक्ष में शपथपत्र पर दस्तखत किये जाने के अखिलेश गुट के दावे के बीच सिंह ने कहा ‘‘मुलायम सिंह अकेले और बेहैसियत हैं, यह सुनने की क्षमता मुझमें नहीं है। हैसियत संख्या या सत्ता से नहीं होती, वह व्यक्तित्व और कृतित्व से होती है। हैसियत पूर्णमासी का चांद नहीं है।’’ सिंह ने अखिलेश पर तंज करते हुए कहा कि जहां तक चोट का सवाल है तो वह बाहर से नहीं मिलती। अपनों से लड़ना बहुत मुश्किल होता है। मिट्टी को कभी खुद को रूप देने वाले कुम्हार की स्मृति नहीं भूलनी चाहिये।
सपा महासचिव ने कहा, ‘‘शिवपाल के साथी होने के कारण जो लोग अखिलेश की नजर में दागी थे, उन सबने मुख्यमंत्री आवास पर जाकर शपथपत्र दे दिये तो वे सब उज्ज्वल हो गये, सफेदी की चमकार हो गयी। अंसारी बंधु उज्ज्वल हो गये। सब सत्यम शिवम सुन्दरम हो गये।’’
( Source – PTI )