तमिलनाडु की मुख्यमंत्री और अन्नाद्रमुक सुप्रीमो जयललिता का 68 की उम्र में अभी कुछ समय पहले निधन हो गया। उल्लेखनीय है कि चेन्नई के अपोलो अस्पताल में दो महीने से अधिक समय से भर्ती तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता को रविवार शाम दिल का दौरा पड़ा था।
इससे पहले अपोलो अस्पताल के मुख्य संचालन अधिकारी और ट्रांसफॉर्मेशन के प्रमुख डॉ. सुब्बैया विश्वनाथन ने एक बयान में कहा था, ‘तमिलनाडु की माननीय मुख्यमंत्री, जिनका अपोलो अस्पताल में इलाज चल रहा है, को रविवार शाम दिल का दौरा पड़ा। ‘ बयान के मुताबिक, ‘हृदय रोग विशेषज्ञ, पल्मोनरी रोग विशेषज्ञ और नाजुक स्थिति में देखभाल करने वाले विशेषज्ञों की एक टीम उनका इलाज कर रही है और उनकी सेहत की निगरानी कर रही है’।
पार्टी प्रवक्ता सी. पोन्नियन ने संवाददाताओं से कहा था कि एम्स के डॉक्टरों ने शनिवार को अस्पताल का दौरा किया था और उनके (जयललिता के) स्वास्थ्य की जांच के बाद उन्होंने अच्छी खबर बताई कि अम्मा पूरी तरह ठीक हो चुकी हैं’।
68-वर्षीय अन्नाद्रमुक सुप्रीमो को 22 सितंबर को अस्पताल में भर्ती कराए जाने के बाद से ही यह डाक्टरों का दल दौरा करता रहा है। पोन्नियन ने कहा था कि मुख्यमंत्री ‘शारीरिक व्यायाम’ कर रही हैं और उनका ‘फीजियोथेरेपी’ चल रहा है, उन्होंने यह भी कहा था कि वह खुद से खाना खा रही हैं और सरकार तथा पार्टी मामलों में निर्देश भी दे रही हैं।
जयललिता को 22 सितंबर को अस्पताल में भर्ती किया गया था। कई डॉक्टरों ने उनका इलाज किया जिसमें ब्रिटेन से आए विशेषज्ञ भी शामिल हैं। हफ्तों तक आईसीयू में भर्ती होने के बाद उन्हें कुछ दिन पहले स्पेशल रूम में लाया गया, जहां पार्टी के मुताबिक ‘लोगों से मिलने के लिए ज्यादा जगह थी’। मुख्यमंत्री ने कुछ दिन पहले एक बयान जारी कर अपनी सेहत में आए सुधार को ‘पुनर्जन्म’ बताया था और कहा था कि वह पूरी तरह स्वस्थ होकर जल्द से जल्द काम पर लौटना चाहती हैं।