प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को बिहार दौरे पर आ रहे हैं। इस दौरान वे पटना में तीन कार्यक्रमों में शिरकत कर पांच विभागों के कार्यक्रम का शुभारंभ एवं लोकार्पण करेंगे। इसके अलावा श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में कृषि विज्ञानियों के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करेंगे एवं किसानों को पुरस्कृत करेंगे। उसके बाद मुजफ्फरपुर में राजनीतिक रैली को संबोधित करेंगे।
यह जानकारी गुरुवार को केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान दी। उन्होंने कहा कि जब तक बिहार, झारखण्ड और बंगाल का विकास नहीं होगा, तब तक देश का विकास असंभव है। प्रधानमंत्री के काम करने कर ढंग अनूठा है। वे चाहते हैं कि दिल्ली में बैठकर सरकार नहीं चलायी जा सकती, क्योंकि दिल्ली से देश के दूर दराज क्षेत्रों के आकांक्षाओं का पता लगाना संभव नहीं है।
पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि इसी कड़ी में प्रधानमंत्री ने बिहार का कार्यक्रम बनाया है क्योंकि इस राज्य में बिजली की स्थिति काफी गंभीर है। मोदी सरकार बनते ही 2022 तक देश के सभी घरों में नियमित बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। किसी भी राज्य के लिए बिजली पहली आवश्यकता है। प्रधानमंत्री शनिवार को राज्य में बिजली सुधार कार्यक्रम के तहत वेटनरी कॉलेज मैदान में 8 हजार करोड़ की परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे। इसमें दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्याति योजना एवं इंट्रेगेटेड पावर डेवलप्मेंट योजना शामिल है। मंत्री ने कहा कि कृषि के लिए बिजली पहुंचाना, गांव में घरेलू लाइन, खेती के लिए अलग लाइन राज्य सरकार के सहयोग से लागू किया जाएगा।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि पटना से मुंबई के लिए सुविधा ट्रेन का शुभारंभ करेंगे। इसके अलावा जगदीशपुर से हल्दिया तक 2000 पाइपलाईन बिछाने के काम का भी शिलान्यास करेंगे। इसका पहला चरण बिहार से शुरु होगा और इसका लाभ बिहार के लोगों को मिलेगा। तीन-चार वर्षो में बिहार के लोगों को पाइपलाइन से गैस मिलना शुरु हो जाएगा। उन्होंने कहा कि बरौनी खाद कारखाना को भी शुरु करने का निर्णय लिया गया है।