
शोभा दीपक सिंह के निर्देशन में नृत्य नाटक ‘कृष्ण’ के 41वें संस्करण में महाभारत में भगवान श्रीकृष्ण की वैसी भूमिकाओं पर प्रकाश डाला गया है, जिसके बारे में लोगों को बहुत कम जानकारी है।
जन्माष्टमी के अवसर पर 21 अगस्त से इसकी प्रस्तुति की जा रही है, जिसका उद्देश्य हजारों वषरें से चली आ रही लोक कथाओं को लोगों तक पहुंचाना है।
श्रीकृष्ण से जुड़े असंख्य उपाख्यानों के जरिये श्रीराम भारतीय कला केंद्र ‘कृष्ण’ की प्रस्तुति में जीवन से जुड़ी बुनियादी बातों को रखने का प्रयास कर रहा है। महाकाव्य की तरह ही नाट्य प्रस्तुति को भी दो हिस्सांे में बांटा गया है। पहले हिस्से में जहां कृष्ण के ‘माखन चोर’ की छवि को दर्शाया गया है वहीं दूसरे हिस्से में उन्हें चक्रधारी कृष्ण के रूप में निर्णायक भूमिका निभाते हुए दिखाया जा रहा है।
( Source – पीटीआई-भाषा )