नॉर्थ कैंपस में कल संघर्ष में घायल हुए दिल्ली विश्वविद्यालय के शिक्षक प्रशांत चक्रवर्ती ने आज आरोप लगाया कि हिंसा में बाहरी लोग शामिल थे।
डीयू में एसोसिएट प्रोफेसर चक्रवर्ती ने कहा कि कल संघर्ष के दौरान उन पर हमला करने वाले छात्र नहीं, बल्कि ‘‘एक तरह के भाड़े के गुंडे’’ लग रहे थे।
उन्होंने एनडीटीवी से कहा, ‘‘यह पूरी तरह से ध्रुवीकरण है। पूरे देश में ऐसा ही तरीका सामने आ रहा है और यह कुछ विश्वविद्यालयों तक सीमित नहीं है।’’ आरोपों को खारिज करते हुए डूसू की उपाध्यक्ष एवं एबीवीपी की सदस्य प्रियंका चावड़ी ने दावा किया कि आइसा से सम्बद्ध छात्रों ने ‘‘भारत विरोधी’’ नारे लगाए और एबीवीपी कार्यकर्ताओं को उकसाया जिनकी संख्या वहां ‘‘दस-बीस’’ से अधिक नहीं थी।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास इसे साबित करने के सबूत हैं। एबीवीपी तो इस मामले में थी ही नहीं।
( Source – PTI )