प्रकृति से कलाकारों का जुड़ाव कुछ खास ही होता है। खासकर के प्रकृति के रंगों को केनवस पर उतारना सबसे खूबसूरत कलाकारी में से एक है। इसी कलाकारी का प्रदर्शन दिल्ली में चल रहे एक प्रदर्शनी में देखने को मिल रहा है, जहां आठ महिला कलाकारों ने अपनी कला के माध्यम से अपने जीवन के विभिन्न रंगों को दिखाया है।
द ललित के आर्ट जंक्शन गलरी में 40 कलाकृतियों से अधिक की प्रदर्शनी लगी हुई है, जो एक महीने तक चलेगी। हालांकि एक महीने लंबे चलने वाले इस शो का कोई नाम नहीं है।
दिल्ली की रहने वाली कलाकार धारा मेहरोत्रा की पेटिंग भी इस प्रदर्शनी का हिस्सा है। इनका मानना है कि प्रकृति ने इनके जीवन के कई बिंदुओं पर काफी प्रभाव डाला है। जीवन पर प्रकृति का यही प्रभाव उनकी पेंटिंग में भी खूब दिखाई देता है। मेहरोत्रा की पेंटिंग में वनस्पतियों के विभिन्न तत्व पत्ती, घास, पराग, पंखुड़िया दिखाई देती हैं। मेहरोत्रा की पेंटिंग का टाइटल ‘राप्सडी’ है। वो वनस्पतियों के चित्र हल्के रंग की पृष्ठभूमि पर बनाती हैं। मेहरोत्रा मानती हैं कि उन्होंने अंग्रेजी के रोमांटिक कवि विलियम वर्डसवर्थ से सीखा है कि कैसे प्रकृति के आध्यात्मिक अनुशासन को समझा जाए। इसके अलावा उन पर जापानी कला जेन मिनीमलिज्म का भी प्रभाव है।
इसके अलावा ‘मेमरिज’ नाम से पेटिंग हैं, जिसमें दीवारों पर ड्रैगनफ्लाइज को दिखाया गया है, यह चित्र दर्शकों को उनकी पुरानी यादों में ले जाने के लिए काफी है।
( Source – पीटीआई-भाषा )