भारत ने बल्लेबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत आठ महीने में छठी बार 600 रन के आंकड़े को पार करने के बाद पहली पारी में 50 रन तक श्रीलंका को दो झटके देकर दूसरे क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन अपना पलड़ा भारी रखा।
भारत ने चेतेश्वर पुजारा (133) और अजिंक्य रहाणे (132) के शतकों के अलावा रविंद्र जडेजा (नाबाद 70), रिद्धिमान साहा (67), लोकेश राहुल (57) और रविचंद्रन अश्विन (54) की अर्धशतकीय पारियों की बदौलत नौ विकेट पर 622 रन बनाने के बाद पारी घोषित की।
भारत ने पिछले आठ महीने में छठी बार 600 या इससे अधिक का स्कोर बनाया है। टीम इंडिया इस दौरान श्रीलंका में लगातार दो मैचों में 600 या इससे अधिक रन बनाने वाली पहली टीम बनी।
श्रीलंका की ओर से कप्तान रंगना हेराथ ने 154 रन देकर चार जबकि अपना पहला टेस्ट खेल रहे मलिंदा पुष्पकुमार ने 156 रन देकर दो विकेट चटकाए। दिमुथ करूणारत्ने और दिलरुवान परेरा को एक-एक विकेट मिला।
इसके जवाब में श्रीलंका ने दिन का खेल खत्म होने तक सलामी बल्लेबाजों दिमुथ करूणारत्ने (25) और उपुल थरंगा (00) के विकेट गंवाकर 50 रन बनाए। इन दोनों को आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (38 रन पर दो विकेट) ने पवेलियन भेजा। दिन का खेल खत्म होने पर कुसाल मेंडिस 16 जबकि कप्तान दिनेश चांदीमल आठ रन बनाकर क्रीज पर डटे हुए थे।
श्रीलंका की टीम अब भी भारत के पहली पारी के स्कोर से 572 रन से पीछे है जबकि उसके आठ विकेट शेष हैं।
भारत के विशाल स्कोर के जवाब में श्रीलंका की शुरुआत अच्छी नहीं रही। टीम ने दूसरे ओवर में ही थरंगा का विकेट गंवा दिया जो अश्विन की खराब गेंद को शार्ट लेग पर सीधे लोकेश राहुल के हाथों में खेल गए।
करूणारत्ने और मेंडिस ने मुश्किल हालात में बल्लेबाजी करते हुए भारतीय गेंदबाजों को 11 ओवर से अधिक समय तक सफलता से महरूम रखा। रविंद्र जडेजा (बिना विकेट के चार रन) ने इस दौरान मेंडिस के खिलाफ पगबाधा के फैसले के लिए डीआरएस का सहारा भी लिया लेकिन तीसरे अंपायर को बल्लेबाज को नाटआउट देने में कोई परेशानी नहीं हुई।
अश्विन हालांकि करूणारत्ने को लगातार परेशान कर रहे थे और उनकी एक गेंद ने अंतत: बायें हाथ के इस बल्लेबाज के बल्ले का किनारा लिया और रहाणे ने स्लिप में कैच लपकने में कोई गलती नहीं की।
कप्तान चांदीमल और मेंडिस ने हालांकि इसके बाद दिन का खेल खत्म होने तक टीम को और झटके नहीं लगने दिए।
( Source – PTI )