
राष्ट्रीय राजधानी में 19 जनवरी से शुरू होने वाले चार दिवसीय भारत कला महोत्सव का जोर ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के कलाकारों की कलाकृतियों पर होगा। इस महोत्सव में छह देशों के साथ ही 35 कला दीर्घाएं और 400 सहायक कलाकार भाग ले रहे हैं।
भारत कला महोत्सव के प्रबंध निदेशक राजेंद्र ने बताया कि भारत कला महोत्सव के दूसरे संस्करण का आयोजन दिल्ली के आईएनए कॉलोनी स्थित त्यागराज स्टेडियम में 19 से 22 जनवरी तक किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि ‘‘इस कला मेले में विशेष रूप से बनाये गये 100 बूथों में दुनिया भर से छह देशों और 25 अलग-अलग शहरों से 400 सहायक कलाकारों के साथ साथ 35 कला दीर्घाएं भाग ले रही हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस साल आईएएफ में कुल 400 कलाकारों और करीब 4000 कलाकृतियों को प्रदर्शित किया जाएगा।’’ राजेंद्र ने कहा कि इस चार दिवसीय समारोह में, ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के कलाकार और दीर्घाएं पेंटिंग्स, मूर्तियां, तस्वीरें, मूल प्रिंट, सेरिग्राफ और प्रतिष्ठानों सहित सभी प्रकार की कलाकृतियों को प्रदर्शित करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘ यहां दर्शकों को एक ही स्थान पर समुद्री परिदृश्य, भू परिदृश्य, ग्रामीण और शहरी परिदृश्य, अलंकृत मूर्तियां, स्टिल लाइफ :फलों और फूलों जैसी निष्प्राण वस्तुओं की पेंटिग: अत्यधिक यथार्थवादी, धार्मिक और आध्यात्मिक जैसे तकरीबन सभी प्रकार के रोचक दृश्यों की रचनात्मकता का आनंद ले सकंेगे।
उन्होंने कहा कि ‘‘कला में एकाधिकार ने कला के क्षेत्र से कई कलाकारों को वंचित कर दिया। हमें दर्शकों को ग्रामीण और शहरी दोनों प्रकार के कलाकारों द्वारा बनाये गये विविध दृश्य कला उत्पादों को प्रदर्शित कर कला खरीदारों और संग्राहकों की पसंद के विकल्पों का विस्तार करना है।’’
( Source – PTI )