
भारतीय टीम जब यहां चौथे एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में मुश्किलों में घिरी आस्ट्रेलियाई टीम से भिड़ेगी तो उसकी आक्रामकता में कोई कमी नहीं आयेगी क्योंकि उसकी निगाहें एक और सीरीज में वाइटवाश के करीब पहुंचने पर लगी हैं।
कप्तान विराट कोहली की टीम इस समय स्वप्निल दौर से गुजर रही है और एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में कल के ट्रेनिंग सत्र में खिलाड़ियों को जज्बे को संकेत माना जाये तो उनकी विजयी लय जारी रखने की उम्मीद है।
भारत ने पहले तीन मैचों में जीत दर्ज कर पांच मैचों की सीरीज में अजेय बढ़त बना ली जिससे अब मेहमान टीम पर सीरीज में वाइटवाश होने का खतरा मंडरा रहा है।
कोहली और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी लगातार अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहे हैं जबकि हार्दिक पंड्या के आल राउंडर के तौर पर बढ़ते स्तर से टीम को नया आयाम मिला है।
पंड्या ने पहले वनडे में 83 रन की आक्रामक पारी खेलने के बाद इंदौर में पिछले मैच में 78 रन की पारी खेली जिससे भारत ने 294 रन के लक्ष्य का आसानी से पीछा कर 3-0 की अजेय बढ़त बना ली। रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे ने भी अपनी भूमिका बेहतर ढंग से अदा की, दोनों ने अर्धशतक जड़कर पहले विकेट के लिये 131 रन की भागीदारी निभायी।
अगर जरूरत पड़ी तो भारत के लिये केदार जाधव और मनीष पांडे जैसे खिलाड़ी भी बल्ले से शानदार खेल दिखा सकते हैं, हालांकि कल के मैच में इनमें से किसी एक को स्थानीय खिलाड़ी लोकेश राहुल के लिये जगह बनानी होगी।
बल्लेबाजी हमेशा ही भारतीय टीम की मजबूती रही है, लेकिन टीम गेंद से भी प्रभावित करना जारी रखेगी। तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमरा आस्ट्रेलिया के शीर्ष क्रम को परेशान कर रहे हैं और डेथ ओवरों में उन्होंने अन्य खिलाड़ियों को भी मुश्किल में डाला।
वहीं युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की युवा कलाई स्पिन जोड़ी ने अपने शानदार प्रदर्शन से सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है जिससे भारत को कहीं भी रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा की कमी नहीं महसूस हुई।
( Source – PTI )