तेलंगाना के मेडक जिले में औपनिवेशिक काल के जेल को देखने आने वाले पर्यटक अब 500 रूपये देकर एक दिन जेल में रूक भी सकते हैं और जेल जीवन का अनुभव भी हासिल कर सकते हैं।
दरअसल संगारेड्डी में 220 साल पुराना जिला सेंट्रल जेल है, जिसे अब संग्रहालय बना दिया गया है। अब यहां के कारागार विभाग ने पर्यटकों को नए तरह का अनुभव देने के लिए एक नई चीज शुरू की है। अब कोई पर्यटक 500 रूपये देकर 24 घंटे तक जेल में रह सकता है और जेल का अनुभव हासिल कर सकता है। इस पहल का नाम ‘फील द जेल’ रखा गया है। जेल में रूकने के दौरान पर्यटकों को जेल वाले खादी के बने हुए कपड़े पहनने को दिए जाएंगे। खाने और पीने के लिए जेल के हिसाब से बर्तन भी मिलेंगे। जेल के उप अधीक्षक लक्ष्मी नरसिम्हा के अनुसार अब तक किसी पर्यटक ने इस सुविधा का लाभ नहीं उठाया है।
पर्यटकों को जेल मेनू के हिसाब से चाय और भोजन दिया जाएगा। खाने में उन्हें रोटी, चावल, अरहर, लाल चना दाल, कढ़ी और दही दी जाएगी। हालांकि पर्यटक ‘कैदियों’ से किसी तरह का काम नहीं लिया जाएगा, बस उन्हें बैरक साफ करना होगा और वो पोधे लगाने के लिए स्वतंत्र होंगे।
पुरानी जेल को संग्रहालय में तब्दील किया गया था और उसे आम लोगों के लिए खोल दिया गया है। संग्रहालय में उन सभी महत्वपूर्ण लोगों का इतिहास है जो यहां कैदी के रूप में रहे थे। यहां निजाम शासन के दौरान जेलों के इतिहास को भी दिखाया गया है।
अभी 15-20 लोग संग्रहालय देखने लगभग हर दिन आते हैं। जेल विभाग पुरानी जेल में बच्चों के लिए पार्क और आयरुवेदिक गांव बनाने की संभावना भी तलाश रहा है।
( Source – पीटीआई-भाषा )