जम्मू कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में सार्वजनिक परिवहन की आवाजाही में आज उल्लेखनीय सुधार देखने को मिला, बहरहाल अलगाववादियों की ओर से आहूत हड़ताल के कारण घाटी में जनजीवन प्रभावित रहा।
अधिकारियों ने बताया कि पिछले कुछ हफ्ते से कई लोगों ने अलगाववादियों द्वारा प्रायोजित हड़ताल की अनदेखी शुरू कर दी है ।
उन्होंने बताया कि श्रीनगर में निजी परिवहन का परिचालन बढ़ा है और शहर में बसों को छोड़कर सार्वजनिक परिवहन की आवाजाही में भी जबरदस्त सुधार देखने को मिला है।
अधिकारियों ने बताया कि अंतर-जिला परिवहन में भी सुधार देखा गया है क्योंकि श्रीनगर को अनंतनाग और बारामूला जैसे अन्य जिलों से जोड़ने वाले मार्गों पर अनेक वाहन चलने लगे हैं ।
उन्होंने कहा कि शहर में परिवहन उल्लेखनीय रूप से बढ़ा है, वाहनों की सुगम आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए कुछ चौराहों पर पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
सिविल लाइंस और शहर के बाहरी हिस्से में कुछ दुकानें भी खुली थीं जबकि कई रेहड़ी पटरी वालों ने व्यावसायिक केंद्र लाल चौक के आस पास कुछ जगहों पर अपनी दुकानें लगाई थीं।
बहरहाल, अलगाववादियों द्वारा प्रायोजित हड़ताल के कारण घाटी के बाकी हिस्सों में जनजीवन प्रभावित रहा।
अधिकारी ने बताया कि कश्मीर में कहीं भी लोगों की गतिविधि पर कोई प्रतिबंध नहीं है, जबकि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए समूची घाटी में चार या उससे अधिक लोगों के जमा होने पर प्रतिबंध बना हुआ है।
उन्होंने बताया कि एहतियात के तौर पर संवेदनशील जगहों और मुख्य मार्गों पर भारी तादाद में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
( Source – पीटीआई-भाषा )