
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने केंद्र से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे से हस्तनिर्मित उत्पादों को छूट देने का आग्रह किया है।
केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली को कल लिखे एक पत्र में सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘मैं एक बहुत महत्वपूर्ण मुद्दे को उठाने के लिए पत्र लिख रहा हूं । जीएसटी परिषद को इसका संज्ञान लेना चाहिए और प्राथमिकता के आधार पर इस पर फैसला करना चाहिए। ’’ उन्होंने कहा कि ग्राम सेवा संघ द्वारा गठित नामी एक्टिविस्ट आशीष नंदी, उजराम्मा और श्याम बेनेगल वाली एक कमेटी से निवेदन मिला है कि उत्पाद सहकारी सोसाइटी और उनके फेडरेशन द्वारा उत्पादित और विपणन की जाने वाली विभिन्न हस्तनिर्मित वस्तुओं से जीएसटी खत्म की जाए ।
सिद्धरमैया ने कहा कि नामी रंगमंच कार्यकर्ता प्रसन्ना ने बेंगलूरू में पिछले कुछ दिनों में कई हस्तनिर्मित उत्पादों पर जीएसटी के खिलाफ सत्याग्रह और भूख हड़ताल की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे उत्पादों पर जीएसटी लगाने से इस तरह के सामान के निर्माण में जुटे कलाकारों की रोजी-रोटी पर बुरा असर पड़ा है।
जेटली को भेजे गए पत्र में निवेदन को भी जोड़ा गया है। निवेदन का हवाला देते हुए सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘ज्ञापन में गंभीर और त्वरित विचार और सकारात्मक समाधान की मांग है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘इससे केवल ग्रामीण आबादी के एक बड़े हिस्से को ही फायदा नहीं होगा बल्कि ग्रामीण रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा । ’’
( Source – PTI )