हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज नौकरशाहों से सीबीआई, अदालतें, सीवीसी, कैग और सीआईसी के डर के बगैर जनहित में फैसले लेने को कहा।
खट्टर ने कहा कि विकास और जन सेवा हरियाणा में भाजपा सरकार का एकमात्र लक्ष्य है। उन्होंने मंत्रियों और अधिकारियों से जनहित की नयी नीतियां बनाने के लिए एकजुट होकर काम करने का अनुरोध किया। हरियाणा सरकार की एक विज्ञप्ति के मुताबिक उन्होंने हिमाचल प्रदेश के टिम्बर ट्रेल रिसार्ट में तीन दिवसीय चिंतन शिविर का उद्घाटन करने के बाद कहा, ‘‘मेरी सरकार जनहित में लिए गए सभी फैसलों का समर्थन करेगी।’’ मुख्यमंत्री ने नौकरशाहों को जनहित में फैसले लेने के दौरान सीबीआई, सीवीसी, कैग और सीआईसी के डर के बगैर ईमानदारी से और समर्पण के साथ काम करने को कहा।
उन्होंने अधिकारियों से जाति और क्षेत्र से ऊपर उठने और नीतियां बनाने में सरकार की सहायता करने का अनुरोध किया।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने ‘दूरदृष्टि पत्र 2030’ बनाया है और प्रशासनिक सचिवों को इसके प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए काम करना चाहिए। मुख्यमंत्री अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ परवानू में आज से शुरू हुए तीन दिवसीय चिंतन शिविर में हिस्सा ले रहे हैं।
चिंतन शिविर को पहाड़ों पर छुट्टी मनाने का बहाना और व्यर्थ कवायद करार देने पर उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम सरकार के कामकाज का जायजा लेने और हरियाणा के लिए भावी योजना तैयार करने के लिए आयोजित किया गया है। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘देश के लोगों को भाजपा की कल्याणकारी नीतियों पर पूर्ण विश्वास है जिसके फलस्वरूप पार्टी ने देश के अधिकतम राज्यों में सरकारें बनायी हैं। ’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हम हिमाचल प्रदेश में सरकार बनायेंगे और गुजरात में जबर्दस्त वापसी करेंगे जहां विधानसभा चुनाव नतीजे 18 दिसंबर को घोषित होने जा रहे हैं।’’ खट्टर से एक्जिट पोल के बारे में पूछा गया जिसमें गुजरात और हिमाचल प्रदेश में भाजपा के जीतने का अनुमान लगाया गया है।
( Source – PTI )