हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश: हर चार साल में जब अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक का आयोजन होता है, तो हम उम्मीद लगाकर बैठ जाते की इस बार भारत पहले से ज्यादा मेडल लाएगा। लेकिन कैसे ? बाकी के चार साल तो हम इसके बारे में बात भी नही करते, अर्थात हमें तो ये भी नही पता कि ओलंपिक में कौन-कौन से खेल होते हैं। मेडल लाने के लिये जरूरी है की प्रारंभिक स्तर से तैयारी करनी होगी, खिलाड़ियो को हर वो सुविधा मुहैय्या करानी होगी जो उनको खेल स्तर बढ़ाने में सहयोगी साबित हो सके।
इसकी एक पहल हिमाचल प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन ने की है। स्टेट ओलंपिक खेलो की शुरुआत करके, एक सार्थक प्रयास किया है जो पूरे देश के लिए एक मिसाल है। अगर पूरे देश में इस तरह के खेलो का आयोजन होने लगे तो शर्तिया देश में अधिक मेडल आएंगे, और खेलो का सकारात्मक माहौल बन पाएगा।
हिमाचल प्रदेश स्टेट ओलंपिक खेल का आयोजन हमीरपुर में हो रहा है। हमीरपुर हिमाचल का एक छोटा सा शहर है, इस छोटे से शहर में खेल का इतना बड़ा आयोजन कराना वाकई काबिले तारीफ है। प्रशंसा करनी होगी हिमाचल ओलंपिक संघ की जिसने इतने बड़े स्तर के ओलंपिक खेलों का आयोजन कराया है।
खास बात यह है कि सिर्फ अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक खेल ही नही, पारंपरिक खेलो को भी बढ़ावा देने का प्रयास किया गया इस आयोजन में खो-खो जैसे खेल को जगह दी गई है जो अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक खेल का हिस्सा नही है, पर यह हमारे राष्ट्रीय खेलो में जरूर आता है। इस अद्भुत कदम को देशवासियों के सलाम।