
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने आज कहा कि वे यहां किसी के सामने कुछ साबित करने के लिये नहीं आये थे लेकिन वे खुद को दिखाना चाहते थे कि वे किसी भी परिस्थिति में जीत सकते हैं। भारत ने पहली पारी में 87 रन से पिछड़ने के बाद आस्ट्रेलिया को दूसरे टेस्ट मैच में 75 रन से हराकर चार मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर की। कोहली ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘पहला टेस्ट मैच गंवाने के बाद हम वापसी करना चाहते थे और हम किसी के सामने साबित नहीं करना चाहते थे लेकिन खुद को दिखाना चाहते थे कि हम कितनी अच्छी प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं। हमने जज्बा और विश्वास दिखाया कि हम किसी भी स्थिति में जीत सकते हैं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह जिम्मेदारी लेने से जुड़ा हुआ है। जिस तरह से खिलाड़ियों ने जीत का जज्बा दिखाया और दर्शकों ने जैसा साथ दिया वह अविश्वसनीय है। उन्होंने जब अपनी पहली पारी में बड़ा स्कोर नहीं बनाया तो हमें लग गया था कि हमारे पास जीत का मौका है। हम जानते थे कि अगर हम 150 से अधिक की बढ़त लेते हैं तो फिर जीत सकते हैं। ’’ भारतीय कप्तान ने चेतेश्वर पुजारा और अंजिक्य रहाणे के बीच पांचवें विकेट के लिये 118 रन की साझेदारी का विशेष जिक्र किया। कोहली ने कहा, ‘‘पहली पारी में पिछड़ने के बाद पुजारा और रहाणे ने महत्वपूर्ण साझेदारी की। हमारे दो सर्वश्रेष्ठ टेस्ट बल्लेबाजों ने जज्बा, तकनीक और साहस का शानदार नमूना पेश किया। आखिर में साहा ने अच्छी पारी खेली और इशांत ने अच्छा साथ दिया। वह बोनस था। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम 200 से अधिक की बढ़त चाहते थे। हम 225 रन की बढ़त चाहते थे और तब एक विजेता होता। जब हमने 187 रन की बढ़त हासिल की तो हम जानते थे कि हम इसे आज समाप्त कर सकते हैं। हम रांची का इंतजार नहीं कर सकते। हमें अपनी जीत की लय आगे बढ़ानी होगी। टीम अब पीछे मुड़कर नहीं देखेगी। ’’
( Source – PTI )