सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा 2 जी स्पेक्ट्रम मामले में सभी आरोपियों को आज बरी कर देने के बीच कांग्रेस ने कहा कि संप्रग के खिलाफ 2 जी स्पेक्ट्रम को लेकर किये गये व्यापक दुष्प्रचार का कोई आधार नहीं था। पार्टी ने सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, वित्त मंत्री अरूण जेटली तथा तत्कालीन कैग विनोद राय अब माफी मांगेंगे? पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अदालती फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए संवाददाताओं से कहा कि इस फैसले से ही सब कुछ पता चल जाता है ।
उन्होंने कहा ‘मैं कुछ नहीं कहना चाहता। अदालत के फैसले का सम्मान किया जाना चाहिए। मैं खुश हूं कि अदालत ने स्पष्ट रूप से फैसला दे दिया । संप्रग के खिलाफ किया जा रहा व्यापक दुष्प्रचार बेबुनियाद था। फैसले से सब कुछ पता चल जाता है।’’ विशेष अदालत ने 2 जी स्पेक्ट्रम मामले में पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा और द्रमुक की राज्यसभा सदस्य कनिमोई को आज बरी कर दिया।
इस मामले में 15 अन्य आरोपी और तीन कंपनियों को भी बरी किया गया है।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा कि 2जी स्पेक्ट्रम मामले में भाजपा की ‘‘ढोल की पोल खुल गयी है।’’ उन्होंने कहा कि आज अदालत के फैसले से ‘‘देश और कांग्रेस के खिलाफ साजिश का पर्दाफाश हो गया है। आखिर में सच्चाई की विजय हुई।’’ उन्होंने कहा कि ‘‘भाजपा खासकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीजी, सबको ज्ञान बांटने वाले वित्त मंत्री अरूण जेटलीजी तथा भाजपा के पिट्ठू विनोद रायजी तथा भाजपा के नेताओं द्वारा जो षड्यंत्रकारी चक्रव्यूह रचा गया था, उसका सीना चीर कर महाभारत की तरह सच्चाई अदालत के माध्यम से बाहर आयी है। यह सच्चाई देश उच्चतम न्यायालय की निगरानी वाली सीबीआई अदालत के 2जी के निर्णय से आयी है। इसमें सभी 18 आरोपियों को बरी कर दिया गया है।’’ सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी, वित्त मंत्री जेटली और भाजपा के तमाम नेताओं सहित जो लोग इस मामले में इलजामों की सीढ़ी बनाकर सत्ता तक पहुंचे क्या वे अब देश से माफी मांगेंगे? उन्होंने कहा कि झूठ बोलना और षड्यंत्र करना भाजपा का असली डीएनए और चाल-चरित्र एवं चेहरा है।
कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने कहा कि क्या इस मामले में प्रधानमंत्री मोदी, वित्त मंत्री जेटली और विनोद राय की जवाबदेही तय की जानी चाहिए।
कांग्रेस के प्रवक्ता टाम वाडक्कन ने कहा कि 2जी फैसला नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) के इतिहास में काले धब्बे के रूप में रहेगा तथा पूर्व कैग प्रमुख विनोद राय पर अभियोजन चलना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘एक अंधा व्यक्ति भी देख सकता है। आप जानते हैं कि कैग प्रमुख (पूर्व) सरकार के मजबूत सलाहकारों में से एक है। उन्होंने जो किया, उसके लिए पुरस्कृत किया जा रहा है, विभिन्न बोर्ड एवं संगठनों में तैनात किए गये। कैग के इतिहास में यह काले धब्बे की तरह रहेगा।’’ टाम ने कहा, ‘‘इस प्रकार के बहानों एवं पर्दा डालने के लिए कानून के तहत उन पर (राय पर) अभियोजन चलाया जाना चाहिए।’’
( Source – PTI )