
कैलाश मानसरोवर यात्रा पर रवाना हुए 55 तीर्थयात्रियों का पहला जत्था आज अपने पैदल रास्ते के दूसरे शिविर गाला पहुंच गया ।
इस यात्रा को संपन्न कराने के लिये नोडल एजेंसी कुमाउं मंडल विकास निगम :केएमवीएन: के महाप्रबंधक :पर्यटन: त्रिलोक सिंह मर्तोलिया ने बताया, ‘‘मानसरोवर तीर्थयात्रियों का पहला जत्था आज अपने दूसरे शिविर गाला पहुंच गया है । यह जत्था यहां से कल सुबह अगले शिविर बूंदी के लिये रवाना होगा ।’’ उन्होंने बताया कि कैलाश-मानसरोवर यात्रा के 82 किलोमीटर लंबे पैदल रास्ते में तीर्थयात्रियों के लिये चार शिविर बनाये गये हैं और सभी में पर्याप्त इंतजाम किये गये हैं ।
अधिकारी ने बताया कि धारचूला आधार शिविर से चलकर तीर्थयात्रियों का पहला जत्था मंगलवार की शाम अपने पहले शिविर सिख्रा पहुंचा था ।
उन्होंने बताया कि पूरे रास्ते में सभी संवेदनशील स्थानों पर भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के आपदा प्रबंधन और बचाव कर्मियों की तैनाती की गयी है ।
केएमवीएन सूत्रों के अनुसार, वर्ष 1981 में तीर्थयात्रा के दोबारा शुरू होने के बाद से उत्तराखंड में स्थित लिपु-लेख र्दे के जरिये अब तक 406 जत्थों में 14,317 श्रद्घालु तिब्बत में स्थित कैलाश पर्वत के दर्शन और पवित्र मानसरोवर झील की परिक्रमा कर चुके हैं । मर्तोलिया ने कहा, ‘‘इस साल हमे 18 जत्थों में 900 से ज्यादा तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है ।’
( Source – पीटीआई-भाषा )