चुनाव आयोग ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर चर्चा करने के लिये आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है। निर्वाचन आयोग विपक्षी पार्टियों की ओर से उठाये गये इस मुद्दे पर आज सुबह से बैठक कर रहा है।
इस बैठक में चुनाव आयोग ईवीएम से छेड़छाड़ करने की प्रस्तावित चुनौती पर सभी पार्टियों के सुझाव मांगेगा।
सभी राजनीतिक पार्टियों से बैठक के बाद आयोग इस प्रस्तावित चुनौती के लिये तारीख का निर्णय करेगा।
इस बैठक में राष्ट्रीय स्तर की सभी सात राजनीतिक पार्टियां और 48 क्षेत्रीय मान्यताप्राप्त राजनीतिक पार्टियों में से 35 शामिल हैं।
निर्वाचन आयोग के शीर्ष अधिकारी यहां इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा संबंधी विशेषताओं का प्रस्तुतिकरण करेंगे और साबित करेंगे कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ संभव नहीं है। विपक्षी पार्टियों ने ईवीएम से छेड़छाड़ करने की आशंका व्यक्त की थी।
उल्लेखनीय है कि बैठक से पहले आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा में ईवीएम मशीन से छेड़छाड़ का प्रदर्शन किया था। पार्टी ने इसका प्रदर्शन करने के लिये ईवीएम जैसी मशीन का प्रयोग किया था।
हालांकि निर्वाचन आयोग ने आम आदमी पार्टी के दावों से यह कहते हुये इंकार किया था कि यह मशीन ईवीएम की तरह दिखती है, लेकिन यह भारतीय निर्वाचन आयोग की ईवीएम नहीं है।
कुछ राजनीतिक पार्टियांे ने आयोग से उत्तर प्रदेश विधानसभा में इस्तेमाल की गयी ईवीएम मशीनें उपलब्ध कराने की मांग की है।
करीब 16 राजनीतिक दलों ने हाल में ही कहा था कि आयोग को पेपर बैलेट :मतपत्र: प्रणाली से चुनाव कराने चाहिये। इन राजनीतिक दलों का दावा था कि लोगों का इन मशीनों से ‘भरोसा उठ’ गया है।
आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस समेत कई दलों ने हाल के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत के लिए ऐसी ईवीएम मशीन का प्रयोग करने का आरोप लगाया था जिनसे छेड़छाड़ हो सकती है।
( Source – PTI )