नई दिल्ली : तीन तलाक के बाद केंद्र सरकार ने निकाह हलाला और बहुविवाह जैसी कुप्रथाओं के खिलाफ आवाज बुलंद की है। भले ही देश के सबसे बड़े न्याय के मंदिर सुप्रीम कोर्ट ने इन मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार द्वारा की याचिका पर जल्द सुनवाई करने से मना कर दिया हो। लेकिन इन मुद्दों पर मोदी सरकार को मुस्लिम महिलाओं का साथ जरूर मिल रहा है। दरअसल, मुस्लिम महिलाओं ने इन कुप्रथाओं के खिलाफ मोदी सरकार द्वारा बढ़ाए कदम को मंजिल तक पहुंचाने के लिए कमर कस ली है।मिली जानकारी के अनुसार, मुस्लिम महिलाओं ने निकाह हलाला और बहुविवाह के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए एक नई जंग का बिगुल बजाया है। मुस्लिम महिलाओं के जिस फाउंडेशन ने तीन तलाक को लेकर कदम बढ़ाया था वही ‘मेरा हक़ फाउंडेशन’ अब हलाला और बहुविवाह के खिलाफ लड़ाई लड़ेगा।
आपको बता दें कि अभी बीते दिनों बहुविवाह प्रथा और निकाह हलाला की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने शीघ्र सुनवाई से इनकार कर दिया था। प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति एएम खानविलकर और न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ की पीठ ने कहा था कि केंद्र सरकार द्वारा अपना जवाब दाखिल करने के बाद उचित अवधि (इन ड्यू कोर्स) में मामले की सुनवाई की जाएगी। मार्च में सुप्रीम कोर्ट ने निकाह हलाला और बहुविवाह प्रथा पर केंद्र को नोटिस जारी किया था।